समग्र कृषि विकास कार्यक्रम में कठुआ लगातार सात महीनों से शीर्ष स्थान पर
- Neha Gupta
- Feb 11, 2025


कठुआ 11 फरवरी । उपायुक्त कठुआ डॉ. राकेश मिन्हास आईएएस के कुशल मार्गदर्शन में जनवरी 2025 के लिए समग्र कृषि विकास कार्यक्रम को लागू करने में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के 20 जिलों में भी अपना शीर्ष स्थान बनाए रखा। कठुआ लगातार सात महीनों से शीर्ष स्थान पर है।
इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी कठुआ संजीव राय गुप्ता ने कहा कि “रैंकिंग मिशन निदेशक, समग्र कृषि विकास कार्यक्रम के कार्यालय द्वारा प्रकाशित की गई थी और इसमें कृषि संचालन परिवारों की कवरेज, आवेदकों के रूप में किसानों का पंजीकरण, किसान साथी पोर्टल पर आवेदन अनुमोदन दर, किसानों को कुशल बनाने के लिए दक्ष किसान नामांकन और उनके पाठ्यक्रम को पूरा करने, अनुमोदित लाभार्थियों के लिए इकाइयों की स्थापना, किसान साथी आउट पुट ट्रैकिंग एप्लिकेशन पर स्थापित इकाइयों की ट्रैकिंग, किसान खिदमत घर पोर्टल पर किसान और कृषि उद्यम पंजीकरण और किसानों को ऋण मामलों के माध्यम से ऋण आपूर्ति जैसे व्यापक मानदंडों का सारांश दिया गया है। मुख्य कृषि अधिकारी कठुआ संजीव राय गुप्ता ने कहा कि जिला सभी फील्ड पदाधिकारियों और फील्ड कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के कारण इस उपलब्धि को हासिल करने में निरंतरता बनाए रखने में सक्षम है।
इस रैंकिंग को ऊपर उठाने का श्रेय समग्र कृषि विकास कार्यक्रम को लागू करने में शामिल प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी को जाता है। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग भविष्य में भी इस रैंकिंग को बरकरार रखेगा। उन्होंने जिला कठुआ का समर्थन करने के लिए जिला प्रशासन और उच्च अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया।
गौरतलब हो कि तकनीकी कौशल विकास, फार्म स्वचालन, मधुमक्खी पालन विकास, मशरूम विकास फ्लोरीकल्चर विकास इत्यादि की जरूरतों को पूरा करने के लिए 29 परियोजनाओं के रूप में विभिन्न अवसरों के साथ कृषक समुदाय को लाभान्वित करने के लिए माननीय एलजी जेकेयूटी मनोज सिन्हा द्वारा 2023-24 में समग्र कृषि विकास कार्यक्रम शुरू किया गया था। जरूरतमंद किसानों के लिए क्रेडिट से जुड़ी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गईं। सीएओ कठुआ ने भी जिले में किसान लाभकारी योजनाओं को लागू करने में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उल्लेखनीय है कि जिले में मशरूम उत्पादन 2022-23 में 800 क्विंटल की तुलना में अब 8200 क्विंटल है, जो उत्पादन में दस गुना वृद्धि है। शहद का उत्पादन भी 2022-23 में 125 क्विंटल की तुलना में बढ़कर 758 क्विंटल हो गया। परिणाम खेतों में दिखाई दे रहे हैं और कृषक समुदाय ने भी विभागीय योजनाओं और गतिविधियों में अपनी प्रतिबद्धता और विश्वास दोहराया है।
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