पूर्वी दिल्ली से बच्चे को अपहृत कर अलीगढ़ में बेचने के मामले में चार गिरफ्तार

नई दिल्ली, 12 फ़रवरी (हि.स.)। उत्तर पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास इलाके से अपहृत दो साल के बच्चे को पुलिस ने अलीगढ़ (उप्र) से बरामद किया है। अपहरणकर्ताओं ने बच्चे का अपहरण कर उसे 3 लाख में बेच दिया था। पुलिस ने अपहरणकर्ता सहित इस मामले में शामिल सभी चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

उत्तर पूर्वी दिल्ली एडिशनल डीसीपी संदीप लांबा ने बुधवार दोपहर को बताया कि गिरफ्तार आरोपित की पहचान खजूरी खास निवासी 32 वर्षीय नाहिद, मोहम्मद रिजवान, सीलमपुर निवासी शौकीन और अलीगढ़ निवासी चम्मो के रूप में हुई है।

एडिशनल डीसीपी ने बताया कि सोमवार को खजूरी खास थाने में 2 साल के बच्चे के लापता होने की शिकायत मिली। बच्चों की मां ने पूछताछ में बताया कि वह शनिवार देर शाम अपने 2 साल के बेटे को लेकर संडे मार्केट गई थी। इस दौरान उसका बच्चा गायब हो गया। उन्होंने उसे काफी ढूंढा लेकिन नहीं मिला। महिला की शिकायत पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।

जांच के लिए इंस्पेक्टर राकेश यादव की देखेरख में दो टीमों का गठन किया गया। पुलिस टीम ने संडे मार्केट के आसपास 3 किलोमीटर दायरे में लगे 500 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला। सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स बच्चे को ले जाता हुआ नजर आया। कुछ देर बाद उसके साथ एक महिला भी दिखी। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे शख्स और महिला की तस्वीर निकाली गई। उस तस्वीर को खजूरी खास इलाके में घर-घर दिखाया गया, जिसके आधार पर दोनों की पहचान नाहिद और उसके पति रिजवान के तौर पर हुई।

दोनों को शाहदरा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। शुरुआत में दोनों पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने कड़ी पूछताछ की तो वे दोनों टूट गए। उन्होंने बताया कि उन्होंने बच्चे को किडनैप कर अलीगढ़ में एक दंपति को 3 लाख में बेच दिया है। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस की टीम ने अलीगढ़ में छापेमारी कर एक घर से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। बच्चे को खरीदने के आरोप में पुलिस ने 54 वर्षीय चम्मो को भी गिरफ्तार कर लिया। चम्मो ने बताया कि उसकी बेटी को बच्चे नहीं थे, वह बच्चा गोद लेना चाहते थे। इसलिए उन्होंने नाहिद और रिजवान को बच्चा गोद लेने के लिए 3 लाख रुपये दिया था।

डीसीपी ने बताया कि आगे की पूछताछ में पता चला कि चम्मो ने अपने भाई सीलमपुर निवासी शौकीन को एक बच्चा गोद दिलाने के लिए कहा था।

शौकीन नाहिद को जानता था और उसने नाहिद से उसके परिवार या रिश्तेदारों में से किसी ऐसे लड़के को खोजने के लिए कहा, जिसे उसकी बहन गोद ले सके।

शौकीन ने उसे बच्चे को गोद लेने के बदले में कुछ रकम देने का आश्वासन दिया था। पैसों के लालच में आकर नाहिद ने इलाके में नजर रखनी शुरू कर दी और पहली बार में ही बच्चे का अपहरण कर उसे पति रिजवान को सौंप दिया। रिजवान ने उसे भीड़ भरे बाजार से बाहर निकाल कर अलीगढ़ में अपने संपर्क सूत्र को फोन किया और बच्चे को उनके हवाले कर दिया।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी

   

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