क्षेत्र में चार जगह संचालित हो रहे खान क्लीनिक के अस्पताल

हमीरपुर, 09 अगस्त (हि.स.)। सुमेरपुर क्षेत्र के धुंधपुर में संचालित अस्पताल एक नहीं बल्कि चार जगह संचालित हो रहा था। चारों जगहों पर डॉक्टर खान के बैठने का अलग-अलग समय तय था। लेकिन इलाज में लापरवाही से वृद्ध की मौत के आरोपों के बाद डाक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज होते ही चारों जगहों पर ताला लटक गया है।

बता दें कि टेढ़ा गांव निवासी डाॅ. अलीम खान ने टेढ़ा, अतरैया, धुंधपुर के अलावा बांदा जनपद के जसपुरा ब्लॉक के रैपुरा में खान क्लीनिक के नाम से अस्पताल खोला हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का दावा है कि इस डॉक्टर के पास फिजियोथेरेपी की डिग्री है। इस डिग्री से इलाज नहीं किया जा सकता है। सूत्र बताते हैं कि यह डॉक्टर सुबह से 10 बजे तक टेढ़ा, 12 बजे तक रैपुरा, 3 बजे तक धुंधपुर व 5 बजे तक अतरैया में बैठकर ग्रामीणों का उपचार करता था। 5 बजे से शाम 7 बजे तक यह वापस आकर गांव के मरीजों का उपचार करता था। धुंधपुर में वृद्ध हरी निषाद की मौत के बाद डाॅ. अलीम खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद चारों क्लिनिकों में ताला लटक गया है।

धुंधपुर निवासी ओमप्रकाश आर्य ने बताया कि वृद्ध की मौत के पूर्व इस डॉक्टर के गलत इलाज से गांव की मेनका पत्नी गरीबा की भी मौत हो चुकी है। डॉक्टर बगैर जांच के मरीजों का उपचार करके लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहा था। उधर मुकदमा दर्ज होने के बाद डॉक्टर भूमिगत हो गया है। उसका फोन भी स्विच ऑफ हो गया है। टेढ़ा के प्रधान नोखेलाल यादव का कहना है कि डॉक्टर हाईस्कूल पास है। उसने अन्य डिग्री कैसे हासिल की है। यह जांच के बाद ही पता चल सकता है। यह डॉक्टर कैसे बन गया उनकी समझ से परे है।

हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा / विद्याकांत मिश्र

   

सम्बंधित खबर