जींद : गुप्त नवरात्रों के शुभारंभ से पहले माता के जयकारों से गूंजा शहर
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- Jan 29, 2025
जींद, 29 जनवरी (हि.स.)। मानव कल्याण एवं सुख-समृद्धि के लिये गुप्त नवरात्रों के पावन अवसर पर शहर के प्रसिद्ध जयंती देवी मंदिर में 30 जनवरी से प्रतिदिन होने वाले सवा लाख नवार्ण मंत्र शतचंडी पाठ एवं यज्ञ के शुभारंभ से पहले बुधवार दोपहर बाद भव्य कलश यात्रा निकाली गई। रानी तालाब स्थित भूतेश्वर मंदिर से इस कलश यात्रा को मुख्यातिथि के तौर पर नगर परिषद चेयरपर्सन डॉ. अनुराधा सैनी ने झंडी दिखा कर रवाना किया।
इस दौरान मंदिर पुजारी नवीन कु मार शास्त्री के सानिध्य में सैंकड़ों महिला श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। श्रद्धालु महिलाओं की इस कलश यात्रा से पूरा बाजार जयंती माता के जयकारों से गूंज रहा था। यह कलश यात्रा रानी तालाब से शुरू होकर मैन बाजार, झांझ गेट, सब्जी मंडी मोड़ से होती हुई जयंती देवी मंदिर पहुंची। बैंड बाजों की धुनों की अगुवाई में चल रही इस कलश यात्रा के साथ माता की पालकी और सुंदर झांकियां भी निकाली गई। कलश यात्रा के दौरान माता के जयकारों से माहौल गूंजायमान हो रहा था। मुख्यातिथि डा. अनुराधा सैनी ने क्लश यात्रा को झंडी दिखाने से पहले कहा कि मानव कल्याण और सुख-समृद्धि के लिए शतचंडी पाठ एवं यज्ञ का अहम महत्व है। उन्होंने कहा कि मां की कृपा से हर दुख का निवारण होता है। इस तरह के धार्मिक आयोजनों से सामाजिक कुरीतियां तो दूर होती ही है साथ में लोगों के अंदर जो आपसी मन-मुटाव होता है, वह भी खत्म हो जाता है।
उन्होंने कहा कि गुप्त नवरात्रों पर माता के दरबार में 11 हजार कन्याओं का पूजन अपने आप में ऐतिहासिक हैं। पुजारी नवीन कुमार शास्त्री ने कहा कि जयंती देवी मंदिर का जींद के लिए बड़ा महत्व है। क्योंकि इस मंदिर के नाम से ही शहर का नाम जींद पड़ा है। कलश यात्रा मंदिर में पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं ने भव्य भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों में शामिल होने से मन को जिस आनंद की अनुभूति होती हैं, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। मंदिर पुजारी नवीन कुमार शास्त्री ने इस अवसर पर बताया कि 11 फरवरी को गुप्त नवरात्रों के समापन कार्यक्रम मेें मंदिर में 11 हजार कन्याओं का पूजन होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा