गुवाहाटी, 10 जनवरी (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) ने लेजर आधारित व्हील प्रोफाइल प्रबंधन प्रणाली की शुरूआत की है। माप प्रणाली के दो प्रकार हैं- कैलिप्री सी42 और कैलिप्री प्राइम। ये प्रणालियां गैर-संपर्क व्हील प्रोफाइल माप सेंसर हैं, जो पोर्टेबल, वजन में हल्के और संचालन में आसान हैं। ये माप उपकरण ऑपरेटर के प्रभाव से स्वतंत्र, सटीक और पुनरुत्पादित परिणाम प्रदान करके रेलवे के निर्दिष्ट मांगों की पूर्ति करते हैं। इन विशेष प्रोफ़ाइल माप उपकरणों का उपयोग व्यापक रूप से व्हील घिसाव निरीक्षण, ब्रेक डिस्क माप, व्हील बैक-टू-बैक और व्यास माप और रेल घिसाव निरीक्षण के लिए किया जाता है।
पूसीरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि ट्रेन के पहिये का सेट एक विशिष्ट रूप से लगने वाले भाग है और यात्रियों के आराम एवं सुरक्षा के साथ-साथ आवाज और सवारी पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। इसलिए पहियों, ब्रेक डिस्क, रेल और स्विचों की प्रोफाइल को कठिन परिचालन स्थितियों में आवर्ती माप संचालन द्वारा विनियमित किया जाता है। यह चुनौती संपूर्ण व्हील-रेल प्रणाली के लिए वैध माप डेटा के कुशल उत्पादन में निहित है। कुशल व्हील सेट प्रोफ़ाइल माप समय पर रखरखाव कार्यों को आगे बढ़ा सकता है और ट्रेन संचालन के समय को कम करने में मदद कर सकता है, साथ ही रेल यात्रियों के लिए एक सहज और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित कर सकता है।
उल्लेखनीय है कि कैलिप्री सी42 एक बहुक्रियाशील उपकरण है, जो व्हील प्रोफाइल, ब्रेक डिस्क की चौड़ाई, व्हील का व्यास, टायर की मोटाई और व्हील क्लीयरेंस आदि की मापी कर सकता है। कैलिप्री प्राइम विशेष रूप से केवल व्हील प्रोफाइल माप पर केंद्रित है। इसमें व्हील के आयामों को मापने के लिए सेंसर और कैलिब्रेशन उपकरण शामिल हैं जो सेंसर डिस्प्ले पर प्रदर्शित होते हैं और पूर्वनिर्धारित सीमा मान के साथ तुलना की जा सकती है।
हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय