दिवंगत शैलारानी रावत के धर्मपुत्र ने लगाया आरोप, लापरवाही से हुई मौत 

केदारनाथ विधानसभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार हैं जयदीप बर्त्वाल

रुद्रप्रयाग, 25 अक्टूबर (हि.स.)। केदारनाथ की पूर्व विधायक शैलारानी रावत के धर्मपुत्र जयदीप बर्त्वाल ने पूर्व विधायक के उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि शैला के निधन से पूरी केदारघाटी को क्षति पहुंची है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती। भाजपा उनके परिवार के सदस्य को टिकट देना चाहती है तो वे भी केदारनाथ विधानसभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार हैं।

भाजपा नेता और गढ़वाल विवि के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष जयदीप बर्त्वाल रुद्रप्रयाग में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। जयदीप बर्त्वाल ने कहा कि शैलारानी से उनका सामाजिक, आर्थिक, पारिवारिक मामलों में परिवार के एक सदस्य के रूप में रिश्ता रहा है। शैलारानी रावत उन्हें अपने धर्मपुत्र की तरह समझती थीं। वे बीते तीन दशक से उनके साथ एक बेटे की तरह जुड़े रहे। उनके हर सुख-दुख के साथी रहे। भले ही उनका स्व. शैला से खून का रिश्ता न हो, मगर भावनात्मक रिश्ता होने के नाते उनके निधन के बाद यदि भाजपा उनके परिवार के सदस्य को टिकट देना चाहती है तो वे भी केदारनाथ विधानसभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार हैं। उन्होंने दावा किया स्वर्गीय शैला चाहती थीं कि जयदीप विधायक बने लेकिन उनका सपना उनके जीते जी पूरा नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि भाजपा टिकट देकर उनके अधूरे सपने को पूरा कर सकती है।

जयदीप बर्त्वाल ने आराेप लगाया कि परिवार के सदस्यों को उनकी बीमारी के बारे में कोई जानकारी तक नहीं थी, जबकि एक षड़यंत्र की तरह उन्हें दूर रखा गया। जब वह अचेत अवस्था में चली गई, तब पुलिस में मेरे खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराकर मुझे शैलारानी से दूर रखा गया। आईसीयू में भर्ती कराकर परिवार के दोनों सदस्य घर चले गए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित पार्टी के उच्च पदाधिकारियों से भेंट कर उन्हाेंने टिकट के लिए शैलारानी रावत का धर्मपुत्र होने के नाते अपनी दावेदारी जताई है। जयदीप ने भावुक होते हुए कहा कि मेरे मन में एक ही मलाल है। मरने से पहले शैला ने कहा कि यदि मैं मर गई तो जयदीप मेरी चिता पर आग लगाएगा। यह अधिकार भी मुझसे छीना गया, मेरे मन में यह दुख हमेशा रहेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार

   

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