जींद : चार बाल श्रमिकों को किया रेस्क्यू

जींद, 20 नवंबर (हि.स.)। गैर सरकारी सामाजिक संगठन एमडीडी ऑफ इंडिया एवं जिला पुलिस की मानव तस्कर विरोधी ईकाई ने जींद में बाल श्रम के विरुद्ध संयुक्त अभियान में चार छोटे बच्चों को बाल श्रम करते हुए रेस्क्यू किया है। एमडीडी ऑफ इंडिया के जिला समन्वयक नरेंद्र शर्मा ने बताया कि जिला पुलिस की मानव तस्कर विरोधी ईकाई के इंचार्ज एएसआई रमेश चंद्र के नेतृत्व में स्थानीय सफीदों चौक एरिया में चार छोटे बच्चों को बाल श्रम करते हुए रेस्क्यू किया गया। इन बच्चों की उम्र आठ से तेरह वर्ष है।

उन्होंने बताया कि इन सभी बच्चों की स्थानीय सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन में डीडीआर दर्ज करवा कर जिला बाल कल्याण परिषद् के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इसके बाद सभी चारों बाल श्रमिकों की स्थानीय जिला बाल सरंक्षण अधिकारी के कार्यालय में काउंसलिंग करवा कर परिजनों को सौंपा गया। सयुंक्त अभियान में मानव तस्कर विरोधी इकाई के एएसआई रमेश चंद्र, ईएसआई वेद प्रकाश, एचसी संदीप कुमार, एमडीडी ऑफ इंडिया के तरफ से जिला समन्वयक नरेंद्र शर्मा, पीडि़त सहायक समन्वयक अचला एवं सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ता बिजेंद्र सिंह शामिल थे।

उन्होंने बताया कि उनका संगठन एमडीडी ऑफ इंडिया और नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन सयुंक्त रूप से मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेन्द्र सिंह मान के मार्गनिर्देशन में जींद सहित हरियाणा राज्य के 17 जिलों में बाल श्रम एवं बाल विवाह जैसी बुराइयों के विरुद्ध न्याय तक पहुंच प्रोजेक्ट का तीसरा चरण सफलता से संचालित कर रहे हैं। इसके तहत स्थानीय जिला प्रशासन के सहयोग से जींद जिले में पिछले तीन महीनों के दौरान दो दर्जन से अधिक बाल श्रमिकों का रेस्क्यू किया गया तथा 300 से अधिक अभिभावकों से वचन पत्र लिए गए कि वे अपनी लड़कियों की शादी 18 वर्ष की उम्र के पूर्ण होने पर ही करेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा

   

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