खेतों को छोड़कर खाद की आस में केंद्र पर डटे किसान 

जालौन, 27 नवंबर (हि.स.)। खाद की मारामारी कम होने का नाम नहीं ले रही है। जैसे-जैसे बुआई के दिन गुजर रहे हैं। किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है। केंद्रों पर चक्कर लगा लगाकर किसान थक चुके हैं। फिर भी खाद नहीं मिल पाई है। किसान थककर अब जमीन पर बैठकर खाद का इंतजार कर रहे हैं। कुछ किसानों ने खेत छोड़ कर परिवार सहित खाद के लिए केंद्रों पर डेरा डाल लिया है। बुधवार की सुबह से पीसीएफ केंद्र पर पुलिस द्वारा दिए गए टोकन नंबर से डीएपी खाद का वितरण शुरू हुआ। लेकिन वह मात्र 40 किसानों को ही मिल सकी, वो भी मात्र एक बोरी और खाद खत्म। अब कोंच में कहीं डीएपी खाद नहीं है। डीएपी के साथ यूरिया की बढ़ी किल्लत ने किसानों को मुसीबत में डाल दिया है। कृषक भारतीय सेवा केंद्र पर भी यूरिया के लिए महिलाओं व पुरुषों की लाइनें लगीं रहीं। बड़ी मुश्किल में किसानों को चार-चार बोरी वितरित की का रही हैं। पीसीएफ केंद्र प्रभारी कमलेश कुमार का कहना है कि कल भीड़ भाड़ ज्यादा होने के कारण शाम को काफी किसान रह गए थे। उनको पुलिस ने नंबर दिए थे। उन्हीं को मंगलवार को एक एक बोरी डीएपी बांटी गई है। अब केंद्र पर एक भी बोरी उपलब्ध नहीं है। एक दो दिन में रैक लगने की संभावना है। उसके बाद ही खाद मिल सकती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विशाल कुमार वर्मा

   

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