
जिला पार्षद ने उठाई पंचायती राज को सशक्त करने की
मांग
सोनीपत, 24 अप्रैल (हि.स.)। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर जिला पार्षद संजय बडवसनिया
ने जिला परिषद कार्यालय के सामने अनोखे अंदाज़ में विरोध प्रदर्शन किया।
वे काले कपड़े पहनकर, सिर पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम अपने
खून से पत्र लिखा।
संजय बडवसनिया ने गुरुवार काे पत्र में जिला परिषद के अधिकार विहीन होने की बात
उठाई और मांग की कि जिला पार्षदों को विधायक और सांसद की तरह अधिकार दिए जाएं। उन्होंने
कहा कि वर्तमान में जिला परिषद सफेद हाथी बन चुकी है, जिसके पास कोई स्वतंत्र शक्ति
नहीं है, जिससे अपने वार्डों में विकास कार्य भी ठीक से नहीं करवा पा रहे हैं।
संजय ने तुलना करते हुए बताया कि नगर निगम पार्षद, जिनकी वोट
संख्या 10 से 12 हजार होती है, वे करोड़ों रुपये खर्च कर अपने वार्डों में काम करवा
चुके हैं, जबकि जिला पार्षदों के पास 55 से 60 हजार वोट होते हुए भी वे सीमित संसाधनों
में काम करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि समस्त विकास कार्य पूरी तरह जिला परिषद
की ग्रांट पर निर्भर हैं, जो समय पर न मिलने के कारण अधूरे रह जाते हैं। उन्होंने राजस्थान,
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की तर्ज पर जिला परिषदों को अधिक अधिकार देने
की मांग की। साथ ही सुझाव दिया कि एसएससी, जीडीपी जैसी योजनाओं की राशि सीधे वार्ड
वाइज खाते में भेजी जाए और वर्षों से अटका स्टांप ड्यूटी का पैसा भी तत्काल जारी किया
जाए।
संजय ने बताया कि इससे पहले भी वे मुख्यमंत्री को खून से पत्र
लिख चुके हैं और यह दूसरा अवसर है जब उन्होंने जनता की आवाज को इस रूप में उठाया है।
उन्होंने कहा कि यह खून केवल मेरा नहीं, बल्कि उन 60 हजार मतदाताओं का है जिन्होंने
मुझ पर विश्वास जताया था। अधिकार ना होने की वजह से मैं उनकी समस्याओं का समाधान नहीं
कर पा रहा, जिसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है।
इस मौके पर अंकित, मलिक, सुमित, अमित, साहिल, अजय, मनीष, प्रवेश,
पारस, मंक, अमित, पवन, मोहित और जितेंद्र सहित कई लोग उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना