कठुआ जिला के विभिन्न पुलिस थानों में पुलिस संबंधित शिकायतों को सुनने के लिए लोक दरबार आयोजित
- Neha Gupta
- Mar 06, 2025


कठुआ 06 मार्च । जम्मू कश्मीर पुलिस कठुआ ने आम जनता की पुलिस संबंधित और अन्य शिकायतों को सुनने के लिए एसएसपी कठुआ शोभित सक्सेना आईपीएस के निर्देशों पर गुरूवार को विभिन्न थाना स्तर पर थाना दिवस का आयोजन किया।
कठुआ पुलिस की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि थाना दिवस-लोक दरबार मनाने के कार्यक्रम के अनुसार जिला पुलिस कठुआ ने संबंधित पर्यवेक्षी अधिकारियों की देखरेख में अपने पुलिस स्टेशन स्तर यानी पीएस राजबाग, लखनपुर, हीरानगर, बसोहली और मल्हार में इस कार्यक्रम का आयोजन किया। सबसे पहले गांव खानपुर थाना राजबाग में एसएसपी कठुआ शोभित सक्सेना और एसडीपीओ बॉर्डर धीरज कटोच की मौजूदगी में थाना दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें गांव खानपुर और आस-पास के इलाकों के पूर्व सरपंच, पंच, दुकानदार, सेवानिवृत्त पुलिस कर्मी और अन्य सम्मानित लोगों ने भाग लिया।
इसके अलावा पुलिस और जनता के बीच समन्वय बढ़ाने के लिए पुलिस स्टेशन लखनपुर के अधिकार क्षेत्र में एक लोक दरबार भी आयोजित किया गया, जिसमें एडिशनल एसपी कठुआ राहुल चारक, पूर्व अध्यक्ष एमसी लखनपुर रविंदर कुमार, पूर्व अध्यक्ष सुरमू दीन, पूर्व अध्यक्ष एमसी लखनपुर काका राम और लखनपुर के अन्य प्रमुख नागरिक इस कार्यक्रम में मौजूद थे।
पुलिस स्टेशन हीरानगर में थाना दिवस में नागरिक समाज के सदस्यों, विभिन्न संस्थानों के छात्रों ने भाग लिया और समारोह की अध्यक्षता एसएसपी एसीबी जम्मू कुलवंत सिंह जसरोटिया ने की, साथ में एसपी ऑपरेशन कठुआ नासिर खान, एसएचओ हीरानगर, बीएमओ हीरानगर डॉ. स्वामी सरन और केंद्रीय प्रशासक वन स्टॉप सेंटर कठुआ अंजिशा भी उपस्थित थे। इस आयोजन का प्राथमिक फोकस स्थानीय लोगों को ड्रग्स/भ्रष्टाचार के खतरे से परिचित कराना था। इसके अलावा पुलिस स्टेशन कठुआ में थाना दिवस की अध्यक्षता डीएसपी मुख्यालय कठुआ रविंदर सिंह ने की, उनके साथ एसएचओ कठुआ संदीप चिब भी थे। मल्हार में थाना दिवस की अध्यक्षता एसपी ऑप्स अपर कठुआ, डीएसपी ऑप्स मल्हार और एसएचओ मल्हार ने की, जबकि बसोहली में थाना दिवस की अध्यक्षता एसडीपीओ बसोहली और एसएचओ बसोहली ने की, इस प्रकार, कुल मिलाकर बड़ी संख्या में नागरिक/शिकायतकर्ता अपनी शिकायतों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए। भाग लेने वाले लोगों द्वारा रखी गई शिकायतों को धैर्यपूर्वक सुना गया और जरूरतमंद व्यक्तियों को कई पुलिस सेवाएं प्रदान की गईं।
लोगों को नए आपराधिक कानूनों के प्रावधानों के बारे में जागरूक किया गया और उन्हें नशीली दवाओं की तस्करी, गोवंश तस्करी आदि के खतरे को खत्म करने में पुलिस का सहयोग करने के लिए प्रेरित किया गया।
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