नई दिल्ली, 25 जुलाई (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में लगातार पांचवें दिन शुक्रवार को जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलायी। इस बैठक में गतिरोध समाप्त कर सदन की कार्यवाही सोमवार से सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी।
सूत्रों के मुताबिक सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के नेताओं ने अध्यक्ष को सदन को सामान्य ढंग से चलाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
इसी बीच अगले सप्ताह ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा तय है। राज्यसभा में इसके लिए 16 घंटे का समय तय किया गया है। मानसून सत्र की सोमवार से हुई शुरुआत के बाद से ही लोकसभा और राज्यसभा में हंगामें के चलते सामान्य कामकाज नहीं हो पाया है। विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर और बिहार में जारी एसआईआर प्रक्रिया का मुद्दा उठा रहा है।
लोकसभा में आज भी व्यवधान जारी रहा। अध्यक्ष ओम बिरला ने व्यवधान के चलते कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित किया। 2 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरु होने पर सरकार की ओर से ‘गोवा राज्य के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का पुनर्समायोजन विधेयक, 2024’ को आगे विचार और पारित करने के लिए लाया गया। हालांकि इस दौरान विपक्ष का हंगामा जारी रहा। हंगामा जारी रहते देख पीठासीन अधिकारी जगदंबिका पाल ने कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
राज्यसभा में आज सुबह चार नए सदस्यों ने शपथ ली। इसके बाद शून्यकाल के आरंभ होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरु कर दिया। उपसभापति हरिवंश ने कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा, जिसके कारण इसे सोमवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा



