
जयपुर, 17 मार्च (हि.स.)। जीआरपी थाना पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर अपहरण हुए चार साल के अबोध बालक को दस्तयाब कर आरोपी प्रेमी-प्रेमिका को गिरफ्तार ििकिया है। पुलिस ने महज 48 घंटे में 365 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खगालते हुए 180 किलोमीटर तक आरोपियों को पीछा कर उन्हे महुआ के पास से दबोच लिया और अपहरण हुए चार साल के अबोध को सकुशल दस्तयाब कर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी महिला जीविका (28) अपने पति को छोड़कर प्रेमी सुंदर कश्यप (28) के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहे रहीं थी। आरोपी महिला ने नसबंदी करवा रखी थी जिसके कारण उसे बच्चा नहीं हो रहा था। इस कारण उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर बच्चे को अपहरण करने का प्लान बनाया था।
पुलिस अधीक्षक जीआरपी नरेन्द्र सिंह ने बताया कि 14 मार्च शुक्रवार रात 11 बजे जयपुर जंक्शन के मुख्य द्वार के पास प्रियंका पांडेय (40) अपने तीन बच्चों के साथ बिहार जाने के लिए बैठी थी और वहीं पर अपना मोबाइल फोन चार्जिंग पर लगा रखा था। कुछ देर बाद प्रियंका ने अपने चार वर्षीय बेटे शिवम को संभाला तो वो गायब मिला।
मोबाइल पर पति को दी जानकारी
काफी तलाश करने के बाद जब उसे बच्चा नहीं मिला तो उसने अपने पति सुदामा पांडेय (42) को मोबाइल पर कॉल कर इस घटना की जानकारी दी। सुदामा पांडेय विश्वकर्मा से जयपुर जंक्शन पहुंचा और अपनी पत्नी को साथ में ले जाकर जीआरपी थाने में चार वर्षीय बालक के अपहरण की सूचना दर्ज कराई।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी सुंदर कश्यम निवासी करौली अपनी प्रेमिका जीविका पत्नी देवीलाल निवासी सीकर ने बच्चे को इशारा कर अपने पास बुलाया और गोद में लेकर स्टेशन से बाहर निकल गई। जिसके पश्चात वो बच्चे को लेकर नारायण सिंह सर्किल पहुंचे। वहां से उत्तर प्रदेश की बस में बैठकर दौसा के महुआ उतरे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सहायता के आधार पर दोनों आरोपियों को पीछा करते हुए महुआ से 30 किलोमीटर दूर एक गांव से दोनों को गिरफ्तार। बताया जा रहा है कि आरोपित पूर्व में भी ये बालक के अपहरण का प्रयास कर चुके है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश