बंगाल में बाबरी मस्जिद बनाना चाहते हैं तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर

मुर्शिदाबाद, 09 दिसंबर (हि. स.)। तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर बंगाल में बाबरी मस्जिद बनवाना चाहते हैं। तृणमूल विधायक दिसंबर 2025 तक एक मस्जिद ट्रस्ट बनाना चाहते हैं और अगले कुछ वर्षों के भीतर मुर्शिदाबाद में 'बाबरी मस्जिद' का निर्माण करना चाहते हैं।

हुमायूं ने सोमवार को घोषणा की कि नई बाबरी मस्जिद पश्चिम बंगाल में होगी। बंगाल के मुसलमान छह दिसंबर से पहले बंगाल में नई बाबरी मस्जिद का निर्माण कार्य शुरू कर देंगे। मुर्शिदाबाद के बेलडांगा इलाके में दिसंबर 2025 तक नई बाबरी मस्जिद का निर्माण शुरू हो जाएगा।

तृणमूल विधायक के मुताबिक, अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना आज भी देश के मुस्लिम अल्पसंख्यकों की भावनाओं को आहत करती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भले ही राम मंदिर तो बन गया, लेकिन अयोध्या या कहीं और मस्जिद बनाने को लेकर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसलिए वह पहल करके बंगाल की धरती पर इस मस्जिद का निर्माण कराना चाहते हैं।

तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जहां बाबरी मस्जिद थी, वहां 18 से 19 फीसदी अल्पसंख्यक रहते हैं। फिलहाल बंगाल में 35 फीसदी मुस्लिम रहते हैं और मुर्शिदाबाद में करीब 70 फीसदी मुस्लिम रहते हैं। जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग के अलावा मुर्शिदाबाद भारत का सबसे अधिक मुस्लिम बहुल जिला है। उस लिहाज से बंगाल की धरती पर इसी जिले में बाबरी मस्जिद होनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि छह दिसंबर 1992 की घटना आज भी मुसलमानों को आहत करती है। इसीलिए उन्होंने रेजीनगर या बेलडांगा में से किसी एक स्थान पर एक ट्रस्ट के माध्यम से दो एकड़ यानी छह बीघा जमीन खरीदकर इस मस्जिद के निर्माण की पहल खुद की है। सबसे पहले मुर्शिदाबाद जिले के विभिन्न मदरसों के संचालकों को एक साथ लाकर एक मस्जिद ट्रस्ट बनाया जाएगा और फिर मस्जिद का निर्माण शुरू होगा।

तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने कहा कि वह खुद इस काम के लिए एक करोड़ रुपया दान करेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय

   

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