मनरेगा का पैसा रुका, श्रमिकों पर टूटा संकट

– ग्राम प्रधानों ने उपमुख्यमंत्री को दिया ज्ञापन

मीरजापुर, 8 मार्च (हि.स.)। विकासखंड हलिया के 79 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत श्रमिकों और मैटेरियल सप्लायरों का भुगतान लंबित होने से उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है। इस मुद्दे को लेकर ग्राम प्रधानों ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को पत्रक सौंपकर होली से पहले भुगतान कराने की मांग की है।

मनरेगा के तहत श्रमिकों को 1.91 करोड़ रुपये और मैटेरियल सप्लायरों को 3.04 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है। नियमानुसार 7 से 15 दिन में भुगतान हो जाना चाहिए, लेकिन पिछले चार महीनों से पैसे नहीं मिलने के कारण श्रमिक भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं, वहीं सप्लायरों ने भी प्रधानों को उधारी पर सामग्री देने से इंकार कर दिया है।

चार महीनों से भुगतान न मिलने के कारण श्रमिकों के त्योहार फीके पड़ने की आशंका है। सरकार और प्रशासन से जल्द से जल्द बकाया राशि जारी करने की मांग की जा रही है ताकि मजदूरों और सप्लायरों को राहत मिल सके।

विकासखंड अधिकारी विजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि भुगतान की प्रक्रिया चल रही है और ब्लॉक स्तर पर सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जैसे ही मनरेगा का धन आवंटित होगा, भुगतान कर दिया जाएगा।

त्योहार से पहले भुगतान की गुहार

ग्राम प्रधानों ने पत्रक में मांग की कि होली से पहले भुगतान कर दिया जाए ताकि श्रमिक और सप्लायर अपने घर-परिवार की जरूरतें पूरी कर सकें। पत्रक सौंपने वालों में प्रधान संघ अध्यक्ष शिव बाबू सेठ, त्रिवेणी मौर्य, सूरज मौर्य, मनोज, रमाकांत, सुनील पाल, लाले, गीता देवी, विजेंद्र पांडेय, राम विलास, अमृत लाल आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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