आतंकी हमले में दिवंगत सोमीसेट्टी मधुसूदन की राजकीय सम्मान से हुई अंत्येष्टि

मधुसूदन अपनी पत्नी कामाक्षी,बेटी मेधु,बेटे दत्तू

कावली, 24 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में दिवंगत हुए सोमीसेट्टी मधुसूदन का शव कावली पहुंच गया। शव को देखते ही परिवार के सदस्य और स्थानीय लोगों में कोहराम मच गया। भारी संख्या में लोग उनके अंतिम र्दशन के लिए उमड़ पड़े। गुरुवार की शाम पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके शव की अंत्येष्टि की गई।

मधुसूदन का शव बुधवार की रात को चेन्नई एयरपोर्ट पर लाया गया। वहां से शव गुरुवार सुबह उनके गृहनगर कावली पहुंचा।

उनका अंतिम संस्कार आज गुरुवार को कावली में शाम के समय किया गया। इस दौरान आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण व पूर्व विधायक रामिरेड्डी प्रताप कुमार रेड्डी ने श्रद्धांजलि दी। पवन कल्याण ने पीड़ित परिवार के सदस्यों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। साथ ही आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने मीडिया को बताया कि आतंकवादी जहाँ कहीं भी हो, उन्हें कड़ा दंड दिया जाना चाहिए।

दिवंगत मधुसूदन के पिता तिरुपाल और माता पद्मावती शहर के बस स्टैंड पर केले और नारियल के व्यापारी हैं। उनके यहां दो बेटियाँ और मधुसूदन राव का जन्म हुआ। पेशे से इंजीनियर मधुसूदन राव 12 साल पहले बेंगलुरु में बस गए थे। वहां पर उन्होंने अपना घर भी वहीं बना लिया। गर्मी की छुट्टियों में मधुसूदन अपनी पत्नी कामाक्षी जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, बेटी मेधु और बेटे दत्तू के साथ के साथ कश्मीर गए थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / नागराज राव

   

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