अद्भुत  योग में मनाई जाएगी माघ पूर्णिमा

जयपुर, 11 फ़रवरी (हि.स.)। माघ पूर्णिमा बुधवार को ग्रह-नक्षत्रों का अद्भुत योग बनेगा। शुभ योग में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम नगरी पहुंचेंगे हैं।

ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि 12 फरवरी को सुबह 7.23 बजे तक अश्लेषा नक्षत्र रहेगा। पूर्णिमा तिथि 12 फरवरी को सुबह 5.23 से प्रारंभ होगी। जो 13 फरवरी को सूर्योदय से पहले 6.33 तक रहेगी। पूर्णिमा को सौभाग्य योग के बाद शोभन योग भी रहेगा। कुंभ राशि में बुध एवं शनि, मीन राशि में शुक्र एवं राहु संचरण करेंगे। यह अत्यंत उत्तम माना जाता है। ऐसे में इस दिन स्नान-दान और पितृ पूजा का विशेष महत्व है। इस बार का योग विशेष है क्योंकि सौभाग्य योग के स्वामी ब्रह्मा और शोभन योग के अधिपति बृहस्पति हैं। जो श्रद्धालु माघ मास में स्नान नहीं कर पाए हैं, वे पूर्णिमा के दिन स्नान कर पूरे माघ मास का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं। देवताओं के गुरु बृहस्पति वृषभ राशि में मार्गी हो चुके हैं।

माघ पूर्णिमा पर गोविंद देवजी मंदिर में ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक कर चटख सफेद रंग की नवीन पोशाक धारण कराई जाएगी। सफेद फूलों और आभूषणों से श्रृंगार किया जाएगा। माघ पूर्णिमा पर बुधवार शाम को आराध्य गोविंददेवजी मंदिर के बाहर होली का डांडा पूजन किया जाएगा। गोविंददेवजी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में कई मंदिरों के संत-महंत मंत्रोच्चार के साथ प्रथम पूज्य गणपति के गाद भक्त प्रहलाद का पूजन करेंगे। चंग-ढप पर होली के गीत भी गाए जाएंगे। सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित श्री वैष्णव संप्रदाय की प्रधान पीठ श्री सरस निकुंज में माघ पूर्णिमा उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में ठाकुर श्री राधा सरस बिहारी सरकार का वेदोक्त मंत्रोच्चार के साथ पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। ऋतु पुष्पों से मनोरम श्रृंगार कर सफेद व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। श्री सरस परिकर के आचार्यों द्वारा रचित पदों से ठाकुरजी को रिझाया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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