विदेशी आक्रमणकारियों ने हिन्दू समाज में विषमता निर्माण करने का प्रयास किया: कोटेश्वर शर्मा

महाकुम्भनगर,16 फरवरी (हि.स.)। विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त महामंत्री कोटेश्वर राव शर्मा ने रविवार को कहा कि विधर्मी व विदेशी आक्रमणकारियों ने हिन्दू समाज में जाति भेद,प्रांतभेद, भाषा भेद, विषमता निर्माण करने के लिए प्रयास किया। इसके परिणामस्वरूप आज भारत में अनेक प्रकार की विषमताएँ, जातिभेद दिख रहे हैं। वह महाकुम्भ में आयोजित सामाजिक समरसता अभियान की अखिल भारतीय बैठक के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे।

कोटेश्वर शर्मा ने कहा कि सामाजिक समरसता के विषय को समाज में निचले स्तर तक ले जाने की आवश्यकता है। सामाजिक समरसता निर्माण कर सनातन राष्ट्र और समाज की रक्षा करने का संकल्प पवित्र प्रयाग के कुम्भ मेले से हम सभी को लेकर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विदेशी विधर्मियों के भारत में आक्रमण काल में उनका साम्राज्य प्रस्थापित करने के लिए अनेक प्रकार के षड्यन्त्र एवं भ्रम निर्माण किए।

विहिप के संयुक्त महामंत्री ने कहा कि समाज का प्रबोधन कर समाज में समरसता निर्माण करने की आज आवश्यकता है। समरसता के भाव का विचार मन में उठता है, तो उस विचार के अनुरूप हमार व्यक्तित्व भी होना चाहिए। हमारा व्यवहार कथनी और करनी एक समान होना चाहिए। सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए आने वाले समय में प्रत्येक कार्यकर्ताओं को कठोर परिश्रम से सामाजिक समरसता निर्माण कर सनातन राष्ट्र और समाज की रक्षा करने का संकल्प पवित्र प्रयाग के कुम्भ मेले में लेना चाहिए।

सामाजिक समरसता अभियान के प्रमुख देवजी भाई रावत ने बताया कि दो दिवसीय सामाजिक समरसता की बैठक में आये 32 प्रांतों के 150 से अधिक प्रतिनिधियों के समक्ष समाजिक समरसता निर्माण करने में वर्तमान आवश्यकताओं व आगामी कार्यक्रमों के बारे में चर्चा हुई। बैठक को विभिन्न सत्रों में विहिप के संगठन मंत्री मिलिंद परान्डे,सह संगठन मंत्री विनायक राव देशपाण्डे,विहिप के संरक्षक दिनेशचन्द्र और सामाजिक समरसता अभियान के प्रमुख देवजी भाई रावत ने अलग—अलग विषय रखे। बैठक में केंद्रीय संयुक्त महामंत्री स्थानुमलन, संत शंकर स्वामी, गुजरात क्षेत्र के सामाजिक समरसता प्रमुख रसेश भाई रावल, दिल्ली से क्षेत्र प्रमुख ईश्वर व बंगाल क्षेत्र से गौतम उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

   

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