ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य व चिकित्सा विभाग ने की औचक छापेमारी

हरिद्वार, 24 नवंबर (हि.स)। सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य व चिकित्सा विभाग की टीम ने रूड़की के देहात क्षेत्र में चल रहे अस्पतालों की व्यवस्थाओं को जांचने के लिए छापेमारी अभियान चलाया। ऐसे में कई संचालक अस्पतालों में ताला लगाकर फरार हो गए।

रविवार को एसीएमओ हरिद्वार डॉक्टर अनिल वर्मा ने रूड़की के देहात क्षेत्रों में छापेमारी अभियान चलाया। डॉ. अनिल वर्मा के अनुसार आज धनोरी, मंगलौर और लंढौरा कस्बे में चेकिंग अभियान चलाया गया जिसके अंतर्गत पहले धनोरी में जेपीएस अस्पताल को चेक किया गया। इसमें मौके पर डॉक्टर न मिलने पर नोटिस जारी किया जा रहा है, जिसके बाद मंगलौर में अस्पतालों का निरीक्षण किया गया और फिर लंढौरा में खुशी अस्पताल में भी चिकित्सक न मिलने पर नोटिस जारी किया गया है।

थिथोला में एक अस्पताल की शिकायत पर गए थे, जहां अस्पताल बंद मिला। उन्होंने कहा कि सभी अस्पताल संचालकों को सख्त चेतावनी दी जा रही है कि भ्रामक प्रचार न करें। अस्पताल का संचालन करें लेकिन किसी की जिंदगी से खिलवाड़ न करें। अस्पताल में नियुक्त चिकित्सकों की सूची चस्पा करें और सूची में दर्शाए गए डॉक्टर ही अस्पताल में इलाज करें। यह डॉक्टर अस्पताल में कितने घंटे अपनी सेवाएं दे रहे हैं इसका भी डिस्प्ले होना चाहिए। जिससे मरीजों को असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग फर्जी अस्पतालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करता रहेगा।

रूड़की में अभी हाल ही में रामपुर चुंगी के पास डायमंड अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजनों ने हंगामा किया था। तब मौके पर पहुंचे एसीएमओ हरिद्वार डॉक्टर अनिल वर्मा ने अस्पताल में तालाबंदी कर दी थी। इससे पहले रामपुर चुंगी के पास माही अस्पताल में भी महिला की मौत के बाद टीम ने सील लगाई थी। अब स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस तरह के अस्पतालों के खिलाफ अभियान चलाकर अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं को जांचा जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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