अरनुआ गांव में ड्रोन के जरिए मरीजाें तक पहुंचेगी दवाइयां

सिराेही, 30 अक्टूबर (हि.स.)। राजस्थान में सिराेही जिले का अरनुआ गांव अब पहला ऐसा गांव बनेगा, जहां बीमारियाें का उपचार ड्राेन से हाेगा। अरनुआ गांव (पिंडवाड़ा) एक ऐसा गांव है, जहां पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग से आठ किलोमीटर कच्चा रास्ता तय करना पड़ता है। इस गांव के करीब 300 परिवार पहाड़ियों पर रहते हैं। अब ड्रोन के जरिए गांव तक दवाइयां पहुंचाने के साथ वहां से रोगों की जांच के नमूने आबूरोड सेंटर लाए जाएंगे।

एम्स जोधपुर की ड्रोन डिलिवरी सेवा का सैटेलाइट ट्राइबल सेंटर आबू रोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल उद्घाटन किया है। ड्रोन सेवाएं महीने में 20 दिन उपलब्ध होगी। फिलहाल ड्रोन स्वास्थ्य सेवा सिरोही की पिण्डवाडा तहसील के दुर्गम क्षेत्र में बसे अरनुआ गांव के लिए शुरू की गई है। ड्रोन आबू रोड से अरनुआ गांव (पिंडवाड़ा) तक उड़ेगा। यह ऐसा गांव है, जहां पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग से आठ किलोमीटर कच्चा रास्ता तय करना पड़ता है। इस गांव के करीब 300 परिवार पहाड़ियों पर रहते हैं। अब ड्रोन के जरिए गांव तक दवाइयां पहुंचाने के साथ वहां से रोगों की जांच के नमूने आबूरोड सेंटर लाए जाएंगे। ड्रोन उड़ान भरते हुए 32 किलोमीटर का रास्ता 25 मिनट में तय कर अरनुआ गांव पहुंचेगा। दवाई व नमूना लाने-ले जाने में ड्रोन 400 फीट ऊंचाई पर उड़ान भरेगा। इसमें दो किलो वजनी दवा ले जा सकेगा।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिरोही के राजकीय मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को क्रिटिकल केयर ब्लॉक का वर्चुअल शिलान्यास किया था। जिसका जिला स्तरीय कार्यक्रम महाविद्यालय के हॉल में आयोजित किया गया था।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

   

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