महिला दिवस पर ऐपवा का आक्रोश मार्च,बुजुर्गों ने आयोजित की संगोष्ठी
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- Mar 08, 2025

नवादा, 8 मार्च (हि.स.)। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) की जिला इकाई के ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर होटल कृष्णा पैलेस के सभागार में आयोजित महिला संवाद पर आयोजित कार्यक्रम संपन्न हुई । कार्यकर्ताओं ने प्रतिरोध मार्च निकालकर सरकार से महिला सुरक्षा की मांग की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऐपवा जिला अध्यक्ष काॅ. सुदामा देवी ने कही ऐसे समय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रहे है जब पुरे देश में सरकार की कमजोरियों के कारण महिलाओं पर जुल्म ढाने में कोई कोर -कसर नहीं छोङ रहे है । यौन शोषकों को बचाने में पूरा तंत्र लगाए रहते है ।यही कारण है कि यहां की बेटीयां - महिलाऐं सुरक्षित नही है । ऐसे परिस्थिति में अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा ) महिला सुरक्षा के सवाल पर लगातार आंदोलन करती रहेगी।
कार्यक्रम में पंच सरस्वती देवी ,कौशल्या देवी , मारो देवी ,शांति देवी , सारो देवी ,उषा देवी , रंजु देवी प्रमुख रूप से शामिल थी। इधर ,नारदीगंज में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शनिवार को पेंशनर भवन में संगोष्ठी आयोजित हुई।इस दौरान समाज सचिव श्री कांत सिंह ने कहा भारतीय महिलाएं समाज का स्तम्भ हैं।आज की महिलाएं हर क्षेत्र में अपने जीवन में कुशल पूर्वक उत्तरदायित्व को निभा रही है।वह सेना के क्षेत्र में पायलट, शिक्षा, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष समेत अन्य विभागों में कर्तव्यों को भलीभांति निर्वाह में लगी हुई है।वस्तुतः महिलाएं सृष्टि का आधार है। यह पूरी दुनिया उसी के सहयोग से बसा हुआ है।आज अपनी कौशल व विश्वास के आधार पर चुनौतियों को सामना करने हेतु सभी क्षेत्रों में कामयाब हो रही है। विधान मंडल व संसद में देश का प्रतिनिधित्व कर रही है। संसद में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान कर दी गई है।जो एक ऐतिहासिक कदम है।लेकिन अन्य प्रदेशों में यह सुविधाएं उपलब्ध नहीं है।आज की महिलाओं ने पुरुषों से कम नहीं है।सचमुच में भारतीय महिलाएं राष्ट्र व समाज के लिए धरोहर के रूप में माने जाते हैं।
विश्वस्तरीय संस्थाओं में जैसे पंचशील, गुटनिरपेक्ष व संयुक्त राष्ट्र संघ में जिम्मेदारी के साथ कार्य कर रही है।जो अंतरराष्ट्रीय स्तर का गौरव है। अध्यक्षता पेंशनर समाज प्रखंड अध्यक्ष रामधनी प्रसाद ने की। मौके पर रामशरण सिंह,दशरथ प्रसाद, कामता प्रसाद सिंह, सियाशरण दास,रामाधीन सिंह, नरेश कुमार, चन्द्रिका सिंह समेत अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किये।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजय कुमार सुमन