दिल्ली में 10 फरवरी को होगी राष्ट्रीय विकलांग रैलीहिसार, 27 जनवरी (हि.स.)। विकलांग अधिकार मंच हरियाणा की जिला कार्यकारिणी की बैठक जिलाध्यक्ष कृष्ण गुरी की अध्यक्षता में विकलांग मंच कार्यालय में हुई। जिला सचिव संदीप के संचालन में हुई बैठक में विकलांग अधिकार मंच हरियाणा के राज्य महासचिव ऋषिकेश राजली विशेष तौर पर पहुंचे। बैठक को संबाेधित करते हुए राज्य महासचिव ऋषिकेश राजली ने सोमवार को कहा कि पूरे भारत में विकलांगजन को दी जाने वाली विकलांगता पेंशन का पैमाना अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग है। भारत में सबसे ज्यादा विकलांगता पेंशन आंध्र प्रदेश में 6 हजार से 15 हजार तक और इसके बाद तेलंगाना, पौंडीचेरी और दिल्ली में मिलती है जो 4000 से 6000 रुपये तक है। हरियाणा में तीन हजार रूपये और गुजरात में एक हजार रूपये मासिक विकलांगता पेंशन मिलती है जबकि गुजरात को भारत का माॅडल राज्य बताया जाता है। भाजपा शासित राज्यों में बहुत कम विकलांग पेंशन मिलती है, केंद्र सरकार राज्य सरकारों को 300 रुपए प्रति विकलांग पेंशन के तौर पर देती है जो बहुत ही कम है। उन्होंने कहा कि महंगाई को देखते हुए आज के समय में पूरे भारत में सभी विकलांगजनों की एक समान 10 हजार रूपये पेंशन होनी चाहिए और इसमें 5000 रुपये केंद्र सरकार और 5000 रुपये राज्य सरकार विकलांगों को मासिक पेंशन के तौर पर दें। ऋषिकेश राजली ने कहा कि 10 हजार रुपये पैंशन करने की मांग पर राष्ट्रीय विकलांग अधिकार मंच के आह्वान पर 10 फरवरी को दिल्ली में राष्ट्रीय विकलांग रैली होने जा रही है। पूरे भारत से हजारों की संख्या में विकलांगजन दिल्ली में इक्टठे होकर इस मांग को उठाएंगे और केन्द्र की भाजपा सरकार को ज्ञापन सौंपेंगे। मंच के जिलाध्यक्ष कृष्ण गुरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जिला हिसार के सभी गांवों में जाकर विकलांगों को आपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया जायेगा और अधिक से अधिक संख्यां में दिल्ली रैली में शमिल होने के लिए विकलांगों को निमंत्रण दिया जायेगा। बैठक में कृष्ण गुरी, संदीप हिसार, सुभाष नंगथला, ऋषिकेश राजली, राजेश पनिहार, सहदेव सिहाग, मैडम मीनू सिंगला, राजेश सलेमगढ़, महावीर कुलेरी, लाल सिंह नारनौंद, महेंद्र नारनौंद, रमेश, ईश्वर चुली सहित अन्य मंच सदस्य उपस्थित थे।