धमतरी : जिले के 11 सौ से अधिक रसोइयों को मिला गुणवत्तापूर्ण मध्याह्न भोजन निर्माण के लिए प्रशिक्षण
- Admin Admin
- Dec 12, 2025
धमतरी, 12 दिसंबर (हि.स.)। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग धमतरी द्वारा जिले के मध्याह्न भोजन रसोइयों को प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। इस प्रशिक्षण के दौरान रसोइयों को स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण मध्याह्न भोजन निर्माण, व्यक्तिगत स्वच्छता, खाद्य सामाग्री के रख रखाव, फूड पाइजनिंग के कारण एवं बचाव को लेकर विस्तृत जानकारी दी जा रही हैं।
नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन छत्तीसगढ़ नवा रायपुर के मार्गदर्शन में जिले में मध्यान्ह भोजन रसोइयों का खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण एवं प्रमाणन (फोस्टैक) एक दिसंबर से जारी है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग धमतरी द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर जिले के लगभग 1132 शासकीय विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों को खाद्य सुरक्षा एवं स्वच्छता संबंधी आवश्यक मानकों की जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण देने के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण नई दिल्ली से अधिकृत प्रशिक्षक विवेक पाठक एवं शिव प्रजापति पहुंचे है। इस प्रशिक्षण के दौरान रसोइयों को मध्याह्न भोजन के निर्माण, भंडारण और परोसने की प्रक्रिया में अपनाई जाने वाली खाद्य सुरक्षा मानक, स्वच्छता नियम, हाथ धोने की विधि, बर्तनों की सफाई, साफ पानी के उपयोग एवं फूड पाइजनिंग के कारण एवं रोकथाम को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया जा रहा है।
इसी कड़ी में घठूला में 52 एवं बेलरगांव में 57 रसोइयों को प्रशिक्षण दिया गया। वहीं 12 दिसंबर को कुकरेल में 72 एवं गट्टासिल्ली में 51 रसोइयों को प्रशिक्षण दिया गया।अभिहित अधिकारी सर्वेश कुमार यादव, खाद्य सुरक्षा अधिकारी फनेश्वर पिथौरा ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्कूल के रसोइयों को खाद्य सुरक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों को आडियो - वीडियो माध्यम से भी प्रदर्शित किया जा रहा है। ताकि रसोइयों को व्यावहारिक समझ विकसित करने में मदद मिल सके। इस प्रशिक्षण से रसोइयों की कार्य क्षमता में वृद्धि होगी। जिससे बच्चों को स्वच्छ, सुरक्षित और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के राज्य शासन के उद्देश्य को और मजबूती मिलेगी। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर सभी रसोइयों को प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। जिससे जिले में मध्याह्न भोजन वितरण की गुणवत्ता और अधिक सुदृढ़ होगी। जिले में अब तक 1125 मध्याह्न भोजन रसोइयों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा



