छठवें नेशनल वाटर अवॉर्ड में मीरजापुर नंबर-1, जल संरक्षण जनभागीदारी के लिए मिला सर्वोच्च सम्मान

तत्कालीन जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन तथा मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने राष्ट्रपति से यह प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्रहण किया।

- जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से ग्रहण किया अवॉर्ड

मीरजापुर, 18 नवम्बर (हि.स.)। जनपद मीरजापुर ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है। मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में छठवें नेशनल वाटर अवॉर्ड के तहत जल संरक्षण जनभागीदारी - नॉर्थ जोन श्रेणी में मीरजापुर को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। यह सम्मान विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किया गया।

जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार, तत्कालीन जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन तथा मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने राष्ट्रपति के कर-कमलों से यह प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्रहण किया। सम्मान प्राप्त होते ही जनपद में हर्ष की लहर दौड़ गई।

मीरजापुर को यह उपलब्धि वर्ष 2024-25 में जल संरक्षण और जनभागीदारी आधारित कार्यों के सफल क्रियान्वयन के आधार पर मिली है। ‘जल जीवन मिशन’ और ‘अटल भू-जल’ योजना के तहत जनपद में अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाएं संचालित की गईं। इनमें तालाबों का गहरीकरण, सोख-पिट निर्माण, बंधी व ट्रेंच निर्माण, समतलीकरण कार्य, वन क्षेत्र में संरचनाएं, तथा कर्णवाती, लोहंदी सहित छोटी नदियों का सुंदरीकरण, साथ ही वर्षा जल संचयन संरचनाओं का व्यापक विकास शामिल है।

इन प्रयासों ने न केवल जल संरक्षण को बढ़ावा दिया, बल्कि स्थानीय लोगों की सहभागिता को भी मजबूत किया। इसी उत्कृष्ट कार्यप्रणाली के कारण मीरजापुर को नॉर्थ जोन में शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ।

राष्ट्रीय स्तर पर मिले इस सम्मान ने मीरजापुर को जल संरक्षण मॉडल जनपद के रूप में स्थापित कर दिया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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