
नई दिल्ली, 7 मई (हि.स.)। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच हुए तनाव के मद्देनजर बुधवार को दिल्ली के सभी 15 जिलों में बुधवार शाम 4 बजे मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसका मकसद किसी अनहोनी घटना पर जानमाल को कैसे बचाया जाए, इसके बारे में लोगों को जागरूक करना था।
इसी क्रम में नई दिल्ली स्थित एनडीएमसी बिल्डिंग, जो नई दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन का मुख्यालय है, यहां भी मॉक ड्रिल किया गया।
इसके अलावा नई दिल्ली जिले के छह प्रमुख स्थानों पर मॉक ड्रिल कर कार्यालय, मुख्यालय और मार्केट में मौजूद लोगों को जागरूक किया गया।
यह आयोजन दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में एक ही समय पर शुरू हुआ। जिनमें सरकारी कार्यालय से लेकर अस्पताल और स्कूल आदि शामिल रहे।
नई दिल्ली इलाके में खान मार्केट, एनडीएमसी कार्यालय भवन, पालिका केंद्र, चरक पालिका अस्पताल, वसंत विहार की डी-6 आवासीय कॉलोनी, आईजीआई एयरपोर्ट टर्मिनल, केंद्रीय विद्यालय और दिल्ली कैंट में मॉक ड्रिल किया गया। इस दौरान सभी स्थानों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार शाम के 4 बजते ही लोगों को अचानक सायरन की आवाज सुनाई दी। राहत व बचाव कार्य के लिए तैनात कर्मचारी दफ्तर, मुख्यालय में मौजूद लोगों को कैसे बचाया जाएगा, इसका प्रदर्शन करने के लिए भागे। सिविल डिफेंस, दिल्ली दमकल विभाग, दिल्ली पुलिस, एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर मौजूद रही। दमकल विभाग की क्रेन से ऊपरी मंजिल पर फंसे लोगों को नीचे उतारा गया और दमकल की गाड़ियों को पानी की बौछार कर आग बुझाने जैसी स्थिति का भी प्रदर्शन किया गया। इसी तरह सभी 15 जिलों में मॉक ड्रिल की गई और इस दौरान संबंधित जिले के डीएम भी मौजूद रहे।
पुलिस रही अलर्ट ...वहीं भारत-पाकिस्तान युद्ध की आशंका को लेकर दिल्ली पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गई है। नई दिल्ली की सुरक्षा को लेकर खासतौर पर पुलिस तैयारी कर रही है। नई दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा उपकरणों का आधुनिकीकरण भी किया है। नई दिल्ली इलाके की सुरक्षा को लेकर लॉन्ग रेंज एकॉस्टिक डिवाइस सिस्टम तैनात किया है। इसका मुख्य मकसद नई दिल्ली इलाके में भीड़भाड़ के दौरान भीड़ को हटाने के लिए साउंड का इस्तेमाल करना है। नई दिल्ली का क्षेत्र अति सुरक्षित और वीआईपी इलाका है। यहां पर संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट जैसे कई महत्वपूर्ण स्थान मौजूद हैं। इसके अलावा कई बड़े बड़े नेताओं, अधिकारी, जज समेत कई अति महत्वपूर्ण लोग भी इसी क्षेत्र में रहते हैं। साथ ही जनपथ, पालिका और खान मार्केट समेत कई महत्वपूर्ण इलाके हैं। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से यह सबसे बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इसलिए इसकी सुरक्षा को लेकर पुलिस ज्यादा अलर्ट है।
सायरन बजाकर किया अलर्ट मॉक ड्रिल के दौरान सायरन अलर्ट जारी करने और भीड़ को नियंत्रित करने में इस्तेमाल किया गया। यह एक ऐसा उपकरण है, जो विशेष प्रकार का साउंड निकालता है। आपदा प्रबंधन के अधिकारियों के अनुसार, यह एक हाई साउंड वाला सिस्टम है, जो करीब 100 डेसीबल की आवाज निकालता है। इससे तीन तरह की तेज आवाज निकलती है। इसकी आवाज करीब 500 मीटर से लेकर एक किलोमीटर तक जाती है। इमरजेंसी की स्थिति में यह एक पावरफुल सायरन के रूप में काम करता है।
इसके अलावा दिल्ली के सीलमपुर बाजार में अलग-अलग एजेंसियों ने मॉक ड्रिल किया। इस दौरान दिल्ली पुलिस, बम डिस्पोजल स्क्वॉडव, डॉग स्क्वॉड, दमकल व सिविल डिफेंस टीम भी मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर बाजारों को खाली कराया गया और किसी आपात स्थिति में किस से तरह से बचा जाए इसकी भी जानकारी दी गई। इसी क्रम में साकेत मॉल में भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी