मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर पर लिए साहसिक व ऐतिहासिक फैसले: बलबीर
- Neha Gupta
- Mar 21, 2025


जम्मू, 21 मार्च । नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने जम्मू-कश्मीर में स्थिरता, प्रगति और समावेशी विकास लाने के लिए साहसिक और निर्णायक कदम उठाए हैं। अनुच्छेद 370 की समाप्ति से लेकर बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के विकास तक, इन पहलों ने क्षेत्र में शांति और समृद्धि का नया युग शुरू किया है।
जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता और पूर्व वाइस बलबीर राम रतन ने यह बात पार्टी मुख्यालय में सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारियों के एक समूह के साथ बातचीत के दौरान कही। बलबीर राम रतन ने साझा किया कि 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटा दिया, जो जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देता था। इस ऐतिहासिक कदम से यह क्षेत्र पूरी तरह भारत के साथ एकीकृत हो गया, जिससे राष्ट्रीय कानूनों और योजनाओं को बिना किसी कानूनी बाधा के लागू किया जा सका।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। सरकार ने आतंकवाद विरोधी उपायों को मजबूत किया, आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त किया और हिंसा की घटनाओं में भारी कमी सुनिश्चित की। सरकार के बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करने से जम्मू-कश्मीर में बड़ा बदलाव आया है। प्रमुख परियोजनाओं में राजमार्गों का निर्माण, रेल संपर्क और चिनाब नदी पर दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल का निर्माण शामिल है। श्रीनगर-लेह सुरंग, उन्नत हवाई अड्डे और स्मार्ट सिटी पहल से कनेक्टिविटी और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिला है।
बलबीर ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित किया है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिला है, रोजगार के अवसर बढ़े हैं और क्षेत्र का विकास हुआ है। स्थानीय शासन को सशक्त बनाने के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं। पंचायत और जिला विकास परिषद चुनावों के सफल आयोजन से लोगों को निर्णय लेने में अधिक भागीदारी मिली है। अब महिलाएं, युवा और वंचित समुदाय शासन में अधिक सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में पर्यटन ने अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की है, जहां रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। बॉलीवुड उद्योग भी यहां वापसी कर रहा है, जिससे इस क्षेत्र की वैश्विक अपील बढ़ रही है।
मोदी सरकार के साहसिक निर्णयों ने जम्मू-कश्मीर को शांति, समृद्धि और एकीकरण के मार्ग पर आगे बढ़ाया है। निरंतर विकास, बेहतर शासन और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, जम्मू-कश्मीर देश में विकास और स्थिरता का एक आदर्श उदाहरण बनकर उभर रहा है। इस बातचीत में एल. डी. गोरखा, हंस राज लोरिया, रशपाल दिगरा, वरयाम सिंह, वेद प्रकाश भगत और राम लाल सपोलिया सहित कई सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।