मुर्शिदाबाद के बड़ग्या में तृणमूल की सियासी मजबूती की जिम्मेदारी अणुव्रत को, ममता ने सौंपी बड़ी कमान

कोलकाता, 13 फरवरी (हि.स.)। तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद बीरभूम की राजनीति में धीरे-धीरे सक्रिय हो रहे तृणमूल नेता अनुव्रत मंडल उर्फ 'अणुव्रत' को अब मुर्शिदाबाद जिले के बड़ग्या विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2026 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए यह बड़ा फैसला लिया है।

2021 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने पहली बार बड़ग्या सीट पर जीत दर्ज की थी। तृणमूल प्रत्याशी जीवन कृष्ण साहा ने भाजपा उम्मीदवार अमिय कुमार दास को दो हजार 700 वोटों से हराया था। हालांकि, शिक्षक भर्ती घोटाले में फंसे जीवन कृष्ण करीब 13 महीने तक जेल में रहे, जिससे बड़ग्या में तृणमूल की पकड़ कमजोर हो गई। लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ. निर्मलचंद्र साहा ने यहां 558 वोटों से बढ़त बना ली थी। इस झटके के बाद ममता बनर्जी ने बड़ग्या में पार्टी को फिर मजबूत करने के लिए अणुव्रत को जिम्मेदारी देने का निर्णय लिया।

तृणमूल सूत्रों के अनुसार, पार्टी को भरोसा है कि अणुव्रत मंडल की रणनीति से बड़ग्या में फिर से तृणमूल को मजबूती मिलेगी। मुर्शिदाबाद तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, बड़ग्या के विधायक जीवन कृष्ण पर भर्ती घोटाले के आरोप हैं, जिसे लेकर आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा और अन्य विपक्षी दल आक्रामक प्रचार कर सकते हैं। इस चुनौती का जवाब मजबूत संगठन और प्रभावी प्रचार से ही दिया जा सकता है। इसी वजह से बड़ग्या की जिम्मेदारी अणुव्रत मंडल को दी गई है।

अणुव्रत मंडल और जीवन कृष्ण साहा का राजनीतिक संबंध भी चर्चा का विषय रहा है। 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले बड़ग्या के लिए उपयुक्त उम्मीदवार खोजने में जब तृणमूल की रणनीतिक टीम आईपैक को दिक्कत हो रही थी, तब मंडल ने ही जीवन कृष्ण साहा के नाम की सिफारिश की थी। जीवन कृष्ण, हालांकि, मुर्शिदाबाद तृणमूल से जुड़े थे, लेकिन पेशे से शिक्षक होने के कारण उनका कार्यक्षेत्र बीरभूम का नानूर इलाका भी था। इसी वजह से उनकी अणुव्रत मंडल से घनिष्ठता बनी थी।

हालांकि, मंडल के जेल जाने के बाद दोनों नेताओं का संपर्क टूट गया था। जीवन कृष्ण को सीबीआई ने 17 अप्रैल 2023 को शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया था और 14 मई 2024 को उन्हें जमानत मिली। इसके बाद उन्होंने फिर से बड़ग्या विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय होना शुरू किया। अब ममता बनर्जी द्वारा मंडल को बड़ग्या की जिम्मेदारी सौंपने के बाद दोनों नेताओं के बीच फिर से संपर्क स्थापित हुआ है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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