शिव-पार्वती संवाद से उजागर हुआ रामावतार का रहस्य, भक्त हुए भाव विह्वल

- हनुमान मंदिर परिसर में रामकथा का शुभारंभ, सुमधुर भजनों ने बांधा भक्ति का समा

मीरजापुर, 7 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जिले के जिगना क्षेत्र के कुशहां गांव के तिवारीपुर मजरा स्थित हनुमान मंदिर परिसर में रविवार को सीताराम वैदिक धर्म संस्कृति प्रचार मंडल अयोध्या के बैनर तले रामकथा का शुभारंभ हुआ। आरंभिक दिवस पर ही पूरा परिसर भक्ति-संगीत और आध्यात्मिक ऊर्जा से गूंज उठा।

अयोध्या निवासी आचार्य अरविंद शुक्ल ने संगीतमय कथा और सुमधुर भजनों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने प्रवचन में कहा कि जब-जब पृथ्वी पर अधर्म और अत्याचार बढ़ता है, तब मानवता कराह उठती है। ऐसे में परम ब्रह्म स्वयं अवतार लेकर धर्म की पुनः स्थापना करते हैं।

आचार्य ने शिव-पार्वती संवाद का उदाहरण देते हुए बताया कि माता पार्वती को भ्रम था कि परम ब्रह्म निराकार होते हैं, फिर दशरथनंदन राम कैसे भगवान हो सकते हैं। इस पर महादेव ने उन्हें सत्य का बोध कराया कि जब अधर्म चरम पर पहुंचता है, तब वही परम सत्ता साकार रूप में अवतरित होकर आसुरी शक्तियों का विनाश करती है। रामकथा के दौरान श्रद्धालु भजनों पर झूम उठे। आयोजन में आदर्श रामलीला समिति के पदाधिकारी सेवा-भाव से जुटे रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

सम्बंधित खबर