राजौरी संकट से निपटने के लिए एनसी सरकार की आलोचना की, क्षेत्रीय असंवेदनशीलता का आरोप लगाया

जम्मू, 20 जनवरी (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता अरुण गुप्ता ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेतृत्व वाली सरकार की क्षेत्रीय असंवेदनशीलता और गठबंधन सहयोगियों के बीच अंदरूनी कलह के लिए कड़ी आलोचना की है जिसे उन्होंने राजौरी में संकट को दूर करने में सरकार की विफलता के पीछे प्रमुख कारक बताया। जम्मू के त्रिकुटा नगर में भाजपा मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए गुप्ता ने बदहाल गांव में भयावह आपातकाल पर प्रकाश डाला, जहां 7 दिसंबर, 2024 को पहली रिपोर्ट की गई घटना के बाद से 17 लोगों की जान जा चुकी है।

भाजपा प्रवक्ता बलबीर राम रतन और मीडिया सचिव डॉ. प्रदीप महोत्रा ​​के साथ गुप्ता ने एनसी सरकार पर संकट के प्रति गैर-गंभीर दृष्टिकोण अपनाने का आरोप लगाया। गुप्ता ने कहा 43 दिनों से अधिक समय से मौतें जारी हैं फिर भी सरकार ने स्थिति को संबोधित करने में कोई तत्परता या गंभीरता नहीं दिखाई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा द्वारा चिंता जताए जाने के बाद ही केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने भाजपा के अनुरोध पर स्थिति की जांच के लिए 11 सदस्यीय टीम तैनात करके हस्तक्षेप किया।

गुप्ता ने चिकित्सा आपातकाल से निपटने के लिए उपलब्ध पूर्ण चिकित्सा संसाधनों का उपयोग करने में विफल रहने के लिए एनसी सरकार की आलोचना की। उन्होंने प्रभावित क्षेत्र का दौरा न करने के लिए मुख्यमंत्री की भी आलोचना की। उन्होंने कहा इस सरकार का नेतृत्व करने वाले सीएम ने संकट की निगरानी के लिए एक भी दौरा नहीं किया है। नेतृत्व की कमी और क्षेत्रीय असंवेदनशीलता के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है यदि प्रकोप आस-पास के गांवों में फैल गया।

उन्होंने गठबंधन सहयोगियों के बीच अंदरूनी कलह को भी संकट को और बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ठहराया और उन पर दबाव वाले मुद्दों को संबोधित करने की तुलना में राजनीतिक आख्यानों और प्रति-आरोपों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया। गुप्ता ने कहा गठबंधन सहयोगी आंतरिक संघर्षों में उलझे रहने के कारण प्रशासन बेखबर है। यदि गठबंधन काम नहीं कर रहा है तो यह नागरिकों के जीवन की कीमत पर नहीं हो सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

   

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