गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वाले एनसीसी के दल ने राज्यपाल से की मुलाकात

- आचार्य ने दल की प्रतिबद्धता और समर्पण की सराहना की

गुवाहाटी, 03 फरवरी (हि.स.)। नई दिल्ली में आय़ोजित 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले एनसीसी के एनईआर निदेशालय के कैडेटों (लड़के और लड़कियों) ने आज यहां राजभवन में असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात की।

ज्ञात हो कि आरडीसी 2025 में कुल 179 सदस्यों वाले दल ने भाग लिया था, जिनमें से 89 असम से थे। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने राज्य और राष्ट्र को बहुत गौरवान्वित किया।

भागीदारी का एक मुख्य आकर्षण 'देश' नामक एक गीत प्रदर्शन था, जिसे दिल्ली में गणतंत्र दिवस शिविर में सर्वश्रेष्ठ गीत चुना गया था।

दल के प्रत्येक सदस्य को बधाई देते हुए राज्यपाल आचार्य ने कहा, “इस राष्ट्रीय उत्सव में आपकी भागीदारी केवल एक उपलब्धि नहीं है; यह आपके अटूट अनुशासन, अदम्य साहस और हमारे महान राष्ट्र को परिभाषित करने वाले आदर्शों के प्रति दृढ़ समर्पण का एक गहरा प्रमाण है। इसके अलावा उन्होंने कहा, कर्तव्य पथ केवल एक औपचारिक मार्ग नहीं है - यह भारत की यात्रा का प्रतीक है, जो अनगिनत देशभक्तों के बलिदान और एक अरब दिलों की आकांक्षाओं से चिह्नित है।

राज्यपाल ने कैडेटों से प्रशिक्षण, प्रदर्शन और अनुशासन में अपने समर्पण और उत्कृष्टता को बनाए रखने का आग्रह किया। एनसीसी के कैडेटों के रूप में जिन्होंने कर्तव्य पथ को गौरवान्वित किया है, आपको राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य पूरा करना है।

राष्ट्रीय कैडेट कोर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, राज्यपाल ने एनसीसी को देश का सबसे बड़ा स्वैच्छिक संगठन बताया, जो जिम्मेदार नागरिकों को आकार देकर और युवाओं में नेतृत्व और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देकर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं के विकास में एनसीसी की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है, जो देश का भविष्य हैं।

इस मौके पर आयुक्त और राज्यपाल के सचिव, एसएस मीनाक्षी सुंदरम, मेजर जनरल गगनदीप, एनसीसी गुवाहाटी के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर एके बोरा सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति और राजभवन के अधिकारी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय

   

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