
गुवाहाटी, 12 अप्रैल, (हि.स.)। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) ने पर्यावरणीय स्थिरता और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक अहम कदम उठाते हुए गुवाहाटी के उज़ान बाजार जल प्रशोधन संयंत्र में 306.9 केडब्ल्यूपी क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र चालू किया। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा शनिवार को बताया कि इसका उद्घाटन महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में हुआ।
समारोह में लामडिंग मंडल के मंडल रेल प्रबंधक समीर लोहानी और प्रधान मुख्य बिजली इंजीनियर संदीप कुमार भी उपस्थित रहे। यह परियोजना पर्यावरण एवं हाउस कीपिंग मैनेजमेंट (ईएनएचएम) निधि के अंतर्गत पूरी की गई है।
यह संयंत्र प्रतिदिन औसतन 928 यूनिट बिजली उत्पन्न करने में सक्षम है, जिससे सालाना लगभग 30 लाख रुपये की बचत होगी। इसमें कुल 558 मोनो क्रिस्टलीय सौर मॉड्यूल लगे हैं, जिनकी कुल इन्वर्टर क्षमता 315 केवीए है।
करीब 2.48 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह संयंत्र उज़ान बाज़ार जल संयंत्र और इससे जुड़ी प्रणालियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। इसकी पेबैक अवधि आठ वर्ष और परिचालन अवधि 25 वर्ष आंकी गई है।
पूसी रेलवे की यह पहल न केवल ऊर्जा दक्षता और हरित प्रौद्योगिकी के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि भारतीय रेलवे के अन्य जोनों के लिए भी एक प्रेरक उदाहरण पेश करती है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश