पासीघाट (अरुणाचल प्रदेश), 20 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय पर्वतारोहण और साहसिक खेल संस्थान (एनआईएमएएस) ने सोमवार को ऐतिहासिक ब्रह्मपुत्र नद राफ्टिंग अभियान के अरुणाचल प्रदेश चरण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। अरुणाचल में सियांग के नाम से जानी जाने वाली यह नदी अपनी तीव्रता और अप्रत्याशित धाराओं के लिए प्रसिद्ध है।
कुल 916 किलोमीटर की योजना में से टीम ने अब तक 240 किलोमीटर की खतरनाक यात्रा पूरी कर ली है। यह यात्रा गेलिंग से तूतिंग तक की है, जो ग्रेड 4 और 5 के रैपिड्स के लिए जानी जाती है। यह हिस्सा अब तक की सबसे कठिन और खतरनाक राफ्टिंग चुनौतियों में से एक माना जाता है। खास बात यह है कि यह अभियान ब्रह्मपुत्र नद के पूरे अरुणाचल और असम के हिस्से को राफ्टिंग से पार करने का पहला प्रयास है।
टीम का पासीघाट में पूर्व सियांग जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक सहित वाटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सदस्यों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने टीम की साहसिक यात्रा और ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी।
एनआईएमएएस के निदेशक कर्नल आरएस जम्वाल ने कहा कि यह अभियान केवल रोमांच के बारे में नहीं है, बल्कि डर पर काबू पाने और नई सीमाओं को पार करने का प्रतीक है। सियांग की जानलेवा धाराओं को पार करने में टीम की दृढ़ता एनआईएमएएस की सच्ची भावना को दर्शाती है।
अरुणाचल चरण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद टीम अब असम में ब्रह्मपुत्र के अगले हिस्से को पार करने के लिए तैयार है, जहां नद की विशाल धाराओं और जटिल रास्तों के नए खतरे उनका इंतजार कर रहे हैं।
यह ऐतिहासिक अभियान मानव दृढ़ता का प्रमाण और भारत की नदियों की अनोखी सुंदरता और शक्ति का उत्सव है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश