नारनौलःबेहतर शिक्षण के लिए तकनीक का प्रयोग आवश्यक:विक्रम सिंह

नारनाैल, 21 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि) महेंद्रगढ़ में आयोजित दक्षता विकास कार्यक्रम में चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (सीडीएलयू) सिरसा के विक्रम सिंह तथा महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) रोहतक के प्रो. निर्मल सिंह विशेषज्ञ वक्ता के रूप में मौजूद रहे। विशेषज्ञ वक्ता प्रो. विक्रम सिंह ने कहा कि आज समय आंकड़ों का है। अगर हमें टेक्नोलोजी और साफटवेयर का सही तथा सटीक प्रयोग करना आ गया तो फिर हम निश्चिित रूप से आगे बढ़ने में सफल होंगे।

उन्होंने कहा कि हमें तकनीक प्रयोग करते हुए अपनी निजी जानकारी कही पर भी शेयर नहीं करनी चाहिए और हमें विभिन्न लॉगइन आईडी के लिए एक ही पासवर्ड तथा इमेल प्रयोग नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें कम्प्यूटरए लैपटाप का प्रयोग करते हुए हाक्सवेयर वार्निंग वायरस अलर्टए रैनसैम वेयर होक्स वेयर फिशिंग मेल आदि से बचना होगा। हमें डिजिटल लिटरेट होना होगा। इसी क्रम में प्रो. निर्मल कुमार ने कहा कि आज का समय ई.रिसोर्स का है। इसको हम कभी भी कही भी प्रयोग कर सकते है। उन्होंने भारत सरकार के डिजिटल लाइब्रेरी, मूक, स्वयप्रभा, सीइसी, ज्ञान दर्शन आदि के बारे में अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि मूक के माध्यम से हमें पर्याप्त विविधता मिलती है और नई शिक्षा नीति का भी यही लक्ष्य है।

विद्यार्थी अपनी जरूरत तथा सुविधा के अनुसार कोर्स को ज्वान कर सकता है और कोर्स को पूरा कर सकता है। प्रो. कुमार ने कहा कि इसके माध्यम से हम देश के विशेषज्ञों के ज्ञान का लाभ उठा सकते है। इसके साथ ही राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से हम किताबों और जर्नल को फ्री में डाउनलोड कर सकते है और अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकते है। कार्यक्रम में प्रो. रविंद्र पाल अहलावत व प्रो. जे.पी. भुक्कर भी मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला

   

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