कैथल: नशे का बढ़ता प्रचलन समाज के लिए गंभीर खतरा: बीईओ सुखविंदर सिंह

कैथल, 19 मार्च (हि.स.)। नशीले पदार्थों का बढ़ता प्रचलन समाज और परिवार के लिए गंभीर खतरा है। आज नशेड़ी व्यक्ति लड़ाई-झगड़े और अपराध का हिस्सा बनकर रह गया है। यह विचार खण्ड शिक्षा अधिकारी सुखविंदर सिंह ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हरिगढ़ किंगन में आयोजित नशा मुक्ति कार्यक्रम पर विद्यार्थियों एवं स्टाफ सदस्यों को जागरुक करते हुए कहे।

इस कार्यक्रम का आयोजन उप मंडल अधिकारी गुहला, कैप्टन परमेश सिंह, एचसीएस के कुशल दिशा निर्देशन एवं जिला शिक्षा अधिकारी कैथल रामदिया गागट के मार्गदर्शन में किया गया जिसमें विद्यालय के 300 विद्यार्थियों और 25 स्टाफ सदस्यों ने भाग लिया। विद्यालय प्रधानाचार्या डॉ वीरमती सीड़ा ने मुख्य अतिथि खण्ड शिक्षा अधिकारी सुखविंदर सिंह को बुक्का देकर स्वागत किया। बीईओ सुखविंदर सिंह ने कहा कि आज के विद्यार्थी कल के सुखद परिवेश का आधार हैं तथा विद्यार्थी नशा मुक्त समाज के निर्माण में सराहनीय योगदान दे सकते हैं। उन्होंने विद्यालय में नैतिक शिक्षा और खेलकूद की प्राथमिकता पर भी बल दिया। विद्यालय के हिंदी प्राध्यापक चंद्रभान वर्मा ने कहा कि घर में नशे का प्रवेश सब दुखों की शुरुआत है। वर्मा ने कहा कि ना समझी और जानकारी न होने की वजह से आज विद्यार्थी भी नशे के आदि हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर परिवार और समाज को बचाना है तो जन-जन को जागरूक करने की जरूरत है।

भारतीय रेडक्रास सोसाइटी एवं शिक्षा विभाग के जिला जूनियर रेड क्रॉस संयोजक प्राध्यापक राजा सिंह झींंजर ने मंच का संचालन करते हुए कहा कि नशेड़ी व्यक्ति पारिवारिक और सामाजिक अपराधों का कारण बन कर, खुद के स्वस्थ सुंदर शरीर के विनाश व आर्थिक नुकसान का जिम्मेदार बनता है। झींंजर ने कहा कि अंत में नशेड़ी व्यक्ति इस सुंदर संसार से पाप की गठरी बांधकर कम आयु में ही परलोक सुधार जाता है। उन्होंने विद्यार्थियों एवं स्टाफ सदस्यों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई कि वे जागरूक बनकर स्वयं और अपने परिवार को इस जानलेवा धीमे जहर के सेवन से बचा कर रखेंगे। प्रधानाचार्या डॉ वीरमती सीड़ा ने कहा कि नशे की शुरुआत अपने जान पहचान के नशेड़ी व्यक्ति से ही होती है जो उसे नशा करने के लिए प्रेरित करता रहता है। डॉ सीड़ा ने कहा कि हमारा यह मानना की नशीले पदार्थ हमारे मानसिक तनाव को दूर करते हैं बहुत बड़ी भूल है। उन्होंने जीवन को तनाव मुक्त और व्यस्त दिनचर्या में लगाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने अपने बहुमूल्य प्रश्न पूछ कर जिज्ञासा का परिचय दिया। इस अवसर पर प्राध्यापिका तरनजीत कौर, प्रीतम दास, ज्योति मेहता, गौरव सिंगला, डीपीई सोमवीर, मीनाक्षी मेहता, विमला देवी, धर्म सिंह, कमलेश देवी, अंजू रानी, बलकार सिंह, महेंद्र सिंह सीड़ा, सतीश कुमार, कार्यालय सहायक अनिल कुमार, दिलबाग सिंह सहित सभी अध्यापक प्राध्यापक उपस्थित थे

हिन्दुस्थान समाचार / मनोज वर्मा

   

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