
जयपुर, 12 मार्च (हि.स.)। क्यूरियो की ओर से संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं जवाहर कला केन्द्र के सहयोग से 'खेला राष्ट्रीय नाट्य समारोह' का आयोजन 15 से 18 मार्च तक जवाहर कला केंद्र में किया जा रहा है। केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने समारोह के पोस्टर का विमोचन किया। फेस्टिवल डायरेक्टर गगन मिश्रा ने बताया कि समारोह की थीम सेलीब्रेटिंग द आर्ट ऑफ लाइट डिजाइनिंग यानी कलात्मक गतिविधियों में उन्नत प्रकाश पर आधारित है। फेस्टिवल कई मायनों में खास रहने वाला है। राष्ट्रीय नाटय विद्यालय, नई दिल्ली के निदेशक एवं सुविख्यात अभिनेता चितरंजन त्रिपाठी और देश के सुपरिचित संगीत नाटक अकादमी अवार्ड लाइट डिजाइनर गौतम भट्टाचार्य महोत्सव में कला प्रेमियों से रूबरू होंगे।
विभिन्न नाटकों का होगा मंचन
15 मार्च, रंगायन में सायं 7 बजे दिनेश प्रधान के निर्देशन में मोहन राकेश द्वारा लिखित नाटक ‘आषाढ़ का एक दिन’ का मंचन होगा। 16 मार्च को सुदीप चक्रवर्ती के निर्देशन में रूसी नाटककार, अलेक्सी अर्बुजोव द्वारा लिखित नाटक ‘हम-तुम’ खेला जाएगा। 17 मार्च को कृष्णायन में सायं 5 बजे ऋषिकेश शर्मा के निर्देशन में मोहन राकेश द्वारा लिखित नाटक ‘आधे-अधूरे’ होग। सायं 7 बजे रंगायन में राजदीप वर्मा द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक ‘भंवर’ का मंचन होगा। 18 मार्च को सायं 7 बजे कृष्णायन सभागार में शुभोजित बंद्योपाध्याय निर्देशित नाटक ‘पोस्टमास्टर’ का मंचन होगा।
संवाद, मास्टरक्लास व विशेष सत्र में होगी विभिन्न आयामों पर चर्चा
संवाद प्रवाह के अंतर्गत 15 मार्च को निर्देशक दिनेश प्रधान व उनकी टीम प्रकाश संयोजन पर विचार रखेगी।
16 मार्च को ‘मास्टरक्लास एवं टॉक शो’ में लाइट डिजाइनिंग पर संगीत नाटक अकादमी अवॉर्डी गौतम भट्टाचार्य विचार रखेंगे। 17 मार्च को संवाद प्रवाह के अंतर्गत ‘निर्देशक ऋषिकेश शर्मा एवं राजदीप वर्मा’ अपने विचार व्यक्त करेंगे। 18 मार्च को ‘नाटक और तकनीक’ विषय पर
अभिनेता और निर्देशक चितरंजन त्रिपाठी और आर्ट इंस्टालेशन एक्सपर्ट युनुस खिमाणी थिएटर तकनीक के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश