
चित्तौड़गढ़, 4 मार्च (हि.स.)। जिले के कपासन उपखंड क्षेत्र में गत माह विवाहिता के संदिग्ध परिस्थितियों में कमरे में फांसी का फंदा लगा आत्महत्या के मामले में पुलिस पर ठोस कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा है। मृतका के परिजनों ने मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट चौराहे पर मानव श्रंखला बना कर पुलिस के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। परिजन जस्टिस फॉर अनु के नारे लगा रहे थे। साथ ही दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई करने की मांग की।
जानकारी के अनुसार गंगरार उपखंड के मेड़ीखेड़ा निवासी अनु राव का विवाह करीब 6 वर्ष पूर्व कपासन निवासी दुर्गेश बावरा के साथ हुआ था। गत माह इसका शव घर में ही संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस मामले में पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा कर प्रदर्शन किया गया। कलक्ट्रेट चौराहे पर मानव श्रृंखला बना प्रदर्शन हुआ। इस मामले में अनु राव के भाई पिंटू राव ने बताया कि विवाह के 1 वर्ष तक उसकी बहिन का दाम्पत्य जीवन सही चला। इसके बाद पति दुर्गेश, सास मंजू देवी व ससुर राजमल उसे प्रताड़ित करने लगे। विवाह में चढ़ाए आभूषण और 7 लाख रुपये की मांग की। इन्होंने अनु के साथ मारपीट शुरू कर दी। इससे आहत होकर कुछ दिनों के लिए अनु पीहर मेडीखेड़ा आ गई और वहीं रहने लगी। अनु का पति दुर्गेश 18 नवंबर को मेडीखेड़ा आया। उसने अनु को ले जाने के लिए 50 रुपये के स्टांप पर लिखा कि अनु को कोई तकलीफ नहीं होगी। दोनों अपने परिवार से अलग रहेंगे और अनु के साथ कुछ भी होता है तो इसके जिम्मेदार मैं रहूंगा। मृतका के भाई ने बताया कि इसके बाद गत 12 फरवरी को अनु की माता की तबीयत खराब होने की सूचना मिलने पर अनु मेडीखेड़ा जाने के लिए कपासन बस स्टैंड पर पहुंची। उसका पति और देवर बस स्टैंड पहुंचे और अनु के साथ मारपीट करके उसे घर पर ले गए। उसके बैग की तलाशी लेकर सिर्फ एक साड़ी में जाने के लिए कह दिया। अनु के साथ पति दुर्गेश ने मेडीखेड़ा आकर भी मारपीट की व मोबाइल भी तोड़ दिया था। भाई ने आरोप लगाया कि 13 फरवरी को अनु पुनः अपने ससुराल पहुंची तो फिर से दुर्गेश और उसके माता-पिता ने मारपीट की। अगले दिन 14 फरवरी को जब हमने अनु के ससुराल वालों को फोन लगाया तो किसी ने फोन नहीं उठाया। कई बार फोन लगाने के बाद उसके ससुर ने बताया कि हमें अनु के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वह कहां गई है। इस जवाब से परिजनों को अनहोनी का अंदेशा लगा तो सभी रात को ही कपासन पहुंचे। यहां पर अनु के ससुराल में किसी ने संतोषप्रद जवाब नहीं दिया। तब पीहर पक्ष के लोग कपासन थाने पहुंचे और वहां लिखित में रिपोर्ट दी। पुलिस ने दुर्गेश को बुला कर कड़ाई से पूछताछ की। तब दुर्गेश हम सभी को पुराने घर पर ले गया, जहां पर अनु साड़ी से फंदे पर मृत अवस्था में लटकी मिली। पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और रिपोर्ट बना कर पोस्टमार्टम करा शव सौंप दिया। इधर, मृतका की भुआ सुषमा ने बताया कि पुलिस को अनु के साथ हुई मारपीट की फोटोग्राफी एवं पेन ड्राइव में मारपीट के फोटो एवं फोन पर बातचीत की गई ऑडियो भी सौंपी थी। लेकिन 20 दिन बाद भी पुलिस ने नामजद आरोपिताें को गिरफ्तार नहीं किया। इससे परिजनों में आक्रोश है। इसी को लेकर सभी ने जिला कलक्टर आलोक रंजन, जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी और सांसद सीपी जोशी से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल