राष्ट्रीय खेलों से उत्तराखंड में खेल संस्कृति को मिली नई ऊंचाई

देहरादून, 10 फ़रवरी (हि.स.)। उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों ने प्रदेश में खेल संस्कृति को एक नई ऊंचाई तक पहुंचा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम अब स्पष्ट रूप से नजर आने लगे हैं।

राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन ने प्रदेश के युवाओं को न केवल प्रेरित किया है, बल्कि उन्हें अपने सपनों को साकार करने का एक बड़ा मंच भी प्रदान किया है। इस आयोजन के माध्यम से युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का सुनहरा अवसर मिला।

खेलों के प्रति बढ़ी जागरूकता

राष्ट्रीय खेलों को देखने पहुंचे महिलाओं और अभिभावकों ने सरकार के इस कदम की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से प्रदेश में खेलों को लेकर जागरूकता बढ़ी है। इससे बच्चों को प्रेरणा मिली है कि वे खेलों में भी एक सफल करियर बना सकते हैं और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम कर सकते हैं।

खेल सुविधाओं को मिला नया जीवन

राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से उत्तराखंड के स्टेडियमों और खेल सुविधाओं को भी नया जीवन मिला है। इस दौरान राज्य में खेल के प्रति जो जबरदस्त उत्साह देखने को मिला, वह भविष्य में प्रदेश को खेलों का प्रमुख केंद्र बनाने में सहायक होगा।

युवाओं को मिला करियर का नया विकल्प

सरकार के प्रयासों से उत्तराखंड के युवा अब खेलों को एक गंभीर करियर विकल्प के रूप में देखने लगे हैं। 38वें राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन इस बात का प्रमाण है कि उत्तराखंड सरकार अपने युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगातार प्रयासरत है।

इस आयोजन ने प्रदेश में खेलों के स्वर्णिम भविष्य की नींव रखी है, जिससे आने वाले वर्षों में उत्तराखंड के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे

   

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