देशव्यापी महाप्रयोग: बारह मई काे जयपुर में 11 हजार स्थानों पर होगा राष्ट्र शक्ति जागरण महायज्ञ

जयपुर, 9 मई (हि.स.)। आतंक और आंतकवादियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को शिखर पर पहुंचाने और एक समर्थ एवं शक्तिशाली भारत निर्माण के लिए गायत्री परिवार सोमवार, 12 मई को देशव्यापी महाप्रयोग करने जा रहा है। मंत्र शक्ति संचालित प्रयोग देश में 24 लाख, राजस्थान में एक लाख और जयपुर में 11 हजार स्थानों पर एक ही समय पर होगा। दावा किया जा रहा है कि इस महा आध्यात्मिक प्रयोग से निकलने वाली ऊर्जा से देश को महाशक्ति बनने से कोई भी ताकत नहीं रोक पाएगी। इसकी पूर्व तैयारी के रूप में आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर सहित एक दर्जन से अधिक गायत्री शक्तिपीठों और प्रज्ञा केन्द्रों पर सुबह आठ से दस बजे तक नौ से पंच कुंडीय राष्ट्र शक्ति जागरण गायत्री महायज्ञ होंगे। इसमें आमजन की बढ़ चढक़र भागीदारी होगी। गोविंद देवजी मंदिर में पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ होगा। सैनिकों के शौर्य वद्र्धन के लिए तांत्रिक मंत्रों से विशिष्ट आहुतियां भी प्रदान की जाएंगी। इससे पूर्व विश्व शांति के लिए गायत्री एवं महामृत्युजंय महामंत्र से 108 आहुतियां प्रदान की जाएंगी। प्रारंभ में ठाकुर श्री राधा गोविंद देवजी, वेदमाता गायत्री, गायत्री परिवार के संस्थापक युग ऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य, भगवती देवी शर्मा का पंचोपचार पूजन किया जाएगा।

अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से 12 मई बुद्ध पूर्णिमा को एक साथ एक समय पर घर-घर गायत्री महायज्ञ की तैयारियां जोरों पर है। गायत्री परिवार के कार्यकर्ता घर-घर जाकर हवन सामग्री के किट बनाकर वितरित कर रहे हैं। लोग पूजन और हवन सामग्री घर से जुटाकर भी हवन कर सकेंगे। हवन विधि के लिए एक दिन पूर्व ही ऑनलाइन लिंक भेज दिया जाएगा। हवन के बाद जो लोग दक्षिणा देने का भाव रखते हैं वे सैनिक कल्याण कोष में जमा करवा सकते हैं। राष्ट्र पर मंडराए संकटों के निवारण, सभी की सुख-शांति-समृद्धि और पर्यावरण संवद्र्धन के लिए हो रहे इस महा प्रयोग में अनेक संस्थाएं सहभागी होंगी। गायत्री परिवार के सदस्य एक दिन पूर्व 11 मई को अलग-अलग घरों में जाकर गायत्री महायज्ञ संपन्न कराएंगे। वहीं दूसरे दिन 12 मई को लोग ऑनलाइन यज्ञ करेंगे। जयपुर जिले में 11 हजार घरों में गायत्री महायज्ञ करवाने के लिए अनेक टोलियां गठित की गईं हैं। गायत्री परिवार के सभी शक्तिपीठ, चेतना केन्द्र, प्रज्ञा मंडल, युवा मंडल, महिला मंडल , नव चेतना विस्तार केन्द्र, गायत्री प्रज्ञा पीठों से जुड़े सक्रिय परिजनों को यज्ञ करवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कई मंदिरों में भी सामूहिक रूप से यज्ञ होगा। धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं को भी गृहे-गृहे यज्ञ अभियान से जोड़ा जा रहा है।

घरों के अलावा व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, मंदिरों और कॉलोनियां में यज्ञ कराया जाएगा। लोग स्वयं यज्ञ को कर सकेंगे। इसके लिए लिंक भेजा जाएगा। यज्ञ के प्रशिक्षण के लिए यूट्यूब, इंटरनेट, सोशल मीडिया में इसका वीडियो अपलोड किए गए हैं। यज्ञ सामग्री स्थानीय शक्ति पीठ, प्रज्ञा पीठ और प्रज्ञा मंडलों के माध्यम निशुल्क वितरित की जा रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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