नेत्रदान महादान, इसके लिए अधिकाधिक लोगों को प्रेरित किया जाए: राज्यपाल

जयपुर, 9 मार्च (हि.स.)। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा है कि नेत्रदान महादान है। इसके लिए अधिकाधिक लोगों को प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि देश में लगभग 1.25 करोड़ लोग दृष्टिहीन हैं। अंधता निवारण में नेत्रदान की संस्कृति विकसित करने में सभी सहयोग करें।

राज्यपाल बागडे रविवार को 'आई बैंक सोसायटी आफ राजस्थान' द्वारा आयोजित 'नेत्रदानी परिवार सम्मान समारोह ' में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नेत्रदान करने वाले परिवारों का अभिनंदन और स्वागत करते हुए उन्हें सम्मानित भी किया।

उन्होंने कहा कि मृत्यु से पूर्व नेत्रदान का संकल्प कर यदि व्यक्ति अपनी आँखें दान कर जाएँ तो देश के सभी नेत्रहीन लोगों को एक ही साल में आँखें मिल जाएंगी। उन्होंने कहा कि जो नेत्रदान करता है, वह साधु होता है। मनुष्य वही है जो मनुष्य के काम आए।

राज्यपाल बागडे ने इससे पहले आई बैंक सोसायटी के वार्षिक प्रतिवेदन का भी लोकार्पण किया।

इस अवसर पर विधायक गोपाल शर्मा ने समारोह को संबोधित करते हु्ए नेत्रदान को हर परिवार की परंपरा बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए नेत्रदान के साथ देह दान एवं अंगदान करने की अपील की । उन्होने समारोह में 'आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान' के अध्यक्ष बी.एल. शर्मा ने नेत्रदान करने के लिए समाज मे जागरूकता के लिए किए जा रहे प्रयासों और सोसायटी की पहल से नेत्रदान क्षेत्र में की गई विशिष्ट उपलब्धियों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। उन्होने स्वैच्छिक नेत्रदान के प्रति जागरूकता बढाने के अभियान का नेतृत्व करने महिलाओं को आगे आना चाहिए।

एसएमएस के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक डॉ. दीपक माहेश्वरी ने नेत्रदान से जुड़ी चिकित्सकीय भ्रांतियों के बारे में जानकारी देते हुए निराकरण केलिए आगे आकर पहल करने पर जोर दिया। सोसायटी के सचिव ललित कोठारी और उपाध्यक्ष विनय संचेती ने भी अपने विचार रखे।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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