गंगा पर नया रेलवे ब्रिज बनकर तैयार, वाराणसी से प्रयागराज का सफर हुआ आसान
- Admin Admin
- Oct 28, 2024
- योगी सरकार के आग्रह पर 495 करोड़ की लागत से तैयार डबल ट्रैक वाले रेल पुल पर दिसम्बर से रेल परिवहन शुरू
- कुम्भ क्षेत्र में झूंसी-दारागंज के बीच गंगा नदी पर बनकर तैयार हुआ 2700 मीटर लम्बा रेल सेतु
प्रयागराज, 287 अक्टूबर (हि.स.)। प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के कुम्भनगरी पहुंचने का अनुमान है। प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र सरकार इस आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आवागमन के लिए दिन रात तैयारियां कर रही हैं। रेल मार्ग से वाराणसी से प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गंगा नदी पर 495 करोड़ की लागत से बनकर तैयार नया रेलवे सेतु आगंतुकों का सफर आसान करेगा।
रेल सेतु में दिसम्बर से रेल परिवहन होगा शुरू
महाकुम्भ में सबसे अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के सड़क परिवहन से कुम्भनगरी पहुंचने का अनुमान है। सड़क परिवहन के बाद सबसे अधिक लोग रेल मार्ग से ही पहुचेंगे। इस बार लगभग 10 करोड़ लोगों के ट्रेन के जरिये यहां पहुचंने का अनुमान है। रेलवे की तरफ से भी तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। एक तरफ जहां रेलवे स्टेशनों और ट्रेन की संख्या बढ़ाई जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ रेल मार्ग में सेतुओं का निर्माण कर भीड़ का दबाव कम करने का प्रयास हो रहा है। वाराणसी से प्रयागराज के बीच रेलमार्ग को सुगम बनाने के लिए दारागंज से झूंसी के बीच नए रेल पुल का निर्माण पूरा हो चुका है। बस पुल में रेलवे ट्रैक बिछाने और गिट्टी डालने का कार्य शेष है। रेल विकास निगम लिमिटेड इसका निर्माण कर रहा है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर विनय अग्रवाल के मुताबिक 495 करोड़ की लागत से इस पुल का निर्माण हुआ है जो दिसम्बर तक रेल परिवहन के लिए खोल दिया जाएगा।
2700 मीटर लम्बे पुल में डबल ट्रैक से कम होगा दबाव
प्रयागराज रामबाग-वाराणसी रेल मार्ग में गंगा नदी पर अभी तक केवल एक ही रेल पुल था जिसमें सिंगल ट्रैक होने की वजह से झूंसी और रामबाग रेलवे स्टेशन में ट्रेन को देर तक रोकना पड़ता था। लेकिन अब इस 2700 मीटर लम्बे नए रेल पुल के बन जाने से रेल यात्रियों को इंतजार नहीं करना होगा क्योंकि यह डबल ट्रैक वाला रेल पुल है।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर विनय अग्रवाल बताते हैं कि कुम्भ के प्रमुख पर्वों के दौरान वाराणसी मार्ग से आने वाले रेल यात्रियों को झूंसी स्टेशन में ही उतारकर कुम्भ क्षेत्र ले जाने की योजना पर राज्य सरकार से विचार चल रहा है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन में होल्डिंग एरिया का भी निर्माण हो रहा है। लेकिन गैर पर्व के दिनों में ट्रेनों के अप एंड डाउन में इस नए रेल पुल का बड़ा योगदान होगा। इससे स्टेशनों पर यात्रियों का दबाव कम होगा और समय की बचत होगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र