एयरपोर्ट पर पंद्रह किलोमीटर के दायरे में लागू होगी घुसपैठ जांच प्रणाली

जयपुर, 8 जनवरी (हि.स.)। जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड की ओर से यात्रियों की सुरक्षा और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए कई अभिनव सुरक्षा उपाय किए जा रहे है। जयपुर एयरपोर्ट पर व्यू कटर और परिधि घुसपैठ पहचान प्रणाली (पीआईडीएस) की स्थापना का काम चल रहा है, जबकि एयरसाइड पर क्यूआरटी कर्मियों के लिए शौर्य बैरक और सीआईएसएफ कैंप में महिला बैरक जैसी अन्य परियोजनाएं कमीशनिंग के लिए तैयार हैं।

परिधि घुसपैठ पहचान प्रणाली

एयरपोर्ट जनसम्पर्क अधिकारी अभिषेक गाैड़ ने बताया कि जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एक नई परिधि घुसपैठ पहचान प्रणाली शुरू कर रहा है जिसका उद्देश्य 15 किलोमीटर के हवाई अड्डे की परिधि से सुरक्षा उल्लंघन को रोकना है। यह प्रणाली उन्नत फाइबर-ऑप्टिक सेंसर, लेजर दीवारें, एक ग्राउंड-आधारित रडार, वीडियो निगरानी और एनालिटिक्स का उपयोग करती है। पीआईडीएस के पास कोई भी हलचल होने पर कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर पर तुरंत एक अलर्ट पहुंचता है। पीआईडीएस संभावित घुसपैठिए को हल्का कम वोल्टेज वाला बिजली का झटका (गैर-घातक) भी देगा। पीआईडीएस का प्राथमिक उद्देश्य घुसपैठियों और घुसपैठ को चित्रित करना, और त्वरित प्रभाव से सुरक्षा कर्मियों को इस सम्बन्ध में अलर्ट करना है ताकि वे संभावित खतरों पर जल्दी और प्रभावी ढंग से कार्रवाई कर सके।

अलर्ट पाते ही नियंत्रण कक्ष तुरंत हरकत में आ जाएगा और घुसपैठ वाले स्थान के सटीक निर्देशांक प्राप्त करेगा। इस स्थान को फोटो और वीडियो कैमरा से आसानी से देखा जा सकेगा। नयी प्रणाली एयरपोर्ट पर रियल टाइम सर्विलेंस की बढ़ाएगा तथा इसे और स्वचालित करेगा। पीआईडीएस को एयरपोर्ट की पूरे 15 किलाेमीटर की परिधि पर लगाया जाएगा तथा साथ ही लगभग 450 उच्च-स्तरीय कैमरे और कई सेंसर भी लगाए जाएंगे। वीडियो एनालिटिक्स सॉफ़्टवेयर से लैस वीडियो निगरानी कैमरे परिधि के साथ संदिग्ध गतिविधि या किसी भी तरहे के हलचल का पता लगा सकते हैं और अलार्म या सूचनाएं ट्रिगर कर सकते हैं।

एयरसाइड पर बनाए शौर्य बैरक

एयरपोर्ट पर क्यूआरटी सुरक्षा कर्मियों के लिए नए बैरक बनाए गए हैं। शौर्य बैरक विशेष रूप से उन सुरक्षा कर्मियों की ज़रूरतों के लिए डिजाइन किए गए हैं जो एयरपोर्ट परिसर के अंदर तैनात किए जाएंगे। इसके तहत ज़रूरत पड़ने पर एयरपोर्ट पर किसी भी आपात स्थिति में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया जा सकेगा। बैरक को 25 अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सीआईएसएफ के महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी ने हाल ही में शौर्य बैरक का उद्घाटन किया, जो 20 जनवरी तक चालू हो जाएगा।

सीआईएसएफ कैंप में नए महिला बैरक

सीआईएसएफ कैंप में नए महिला बैरक का निर्माण किया गया। इसके लिए वर्तमान महिल हॉस्टल के उपर दो नई मंजिलें बनाई गई । 42 कर्मियों की क्षमता वाली मंजिलों का उद्घाटन सीआईएसएफ के महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी ने किया। इससे जयपुर एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ कर्मियों की महिला विंग की तैनाती को मजबूत करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा व्यू कटर लगाने का एक बड़ा काम शुरू किया है। व्यू कटर लगाने का सबसे बड़ा कारण जटिल वातावरण है, जिसमें रनवे, एप्रन और टैक्सीवे सहित कई संवेदनशील क्षेत्र शामिल हैं जो बाहरी लोगों को आसानी से दिखाई देते हैं। व्यू कटर महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दृष्टि की रेखा को सीमित करते हैं, जिससे संभावित खतरों में कमी आती है। ।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश

   

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