नववर्ष आह्वान उत्सव : महाराजा शशांक की वीरगाथा पर नाटक और चित्र प्रदर्शनी का आयोजन

कोलकाता, 31 मार्च (हि.स.) । 'भारतीय संस्कृति न्यास' के तत्वावधान में संस्कार भारती पश्चिम बंगाल' की ओर से आगामी 8 अप्रैल 2025 को कोलकाता के राष्ट्रीय पुस्तकालय में 'नववर्ष आह्वान उत्सव' का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में गौड़ाधिपति महाराजा शशांक के जीवन पर आधारित नाटक 'महाराजा शशांक' का मंचन होगा। इसे 'एबंग अमरा' नाट्यदल प्रस्तुत करेगा जिसका निर्देशन कल्लोल भट्टाचार्य करेंगे। पश्चिम बंगाल में लंबे समय बाद इस ऐतिहासिक नाटक का मंचन किया जा रहा है।

संस्कार भारती के चित्रकारों ने महाराजा शशांक के जीवन के 12 महत्वपूर्ण अध्यायों को चित्रित किया है। इन चित्रों को संकलित कर एक विशेष सांस्कृतिक दीवार कैलेंडर प्रकाशित किया जाएगा। इसके अलावा, भारतीय राष्ट्रीय पुस्तकालय में इन चित्रों की प्रदर्शनी भी लगेगी।

इतिहासकारों के अनुसार, महाराजा शशांक ने 593 से 625 ईस्वी तक शासन किया था। बंगाब्द की गणना उनके सिंहासनारूढ़ होने के दिन से शुरू हुई थी, न कि मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल से। इस ऐतिहासिक तथ्य को केंद्र में रखते हुए 'बंगाब्द के प्रणेता महाराजा शशांक का ऐतिहासिक महत्व' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। इसमें मौलाना अबुल कलाम आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ एशियन स्टडीज का भी सहयोग रहेगा।

इस अवसर पर संस्कार भारती संगीत समूह द्वारा सामूहिक संगीत प्रस्तुति भी दी जाएगी। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. सरूप प्रसाद घोष, डॉ. राधारमण चक्रवर्ती, डॉ. आशीष गिरी, पंडित शांतनु बंद्योपाध्याय, डॉ. अजय प्रताप सिंह, रोहिणी नंदन गोस्वामी, नीलांजना राय और जयंत पाल मौजूद रहेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

सम्बंधित खबर