पुलिस पर मेरा कोई नियंत्रण नहीं : मुख्यमंत्री अब्दुल्ला

पुलिस पर मेरा कोई नियंत्रण नहीं है- मुख्यमंत्री


जम्मू, 11 मार्च । जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि जल शक्ति विभाग के प्रदर्शनकारी दिहाड़ी कर्मचारियों पर लाठीचार्ज नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पुलिस पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है।

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने दिहाड़ी मजदूरों द्वारा वेतन जारी करने और नौकरियों को नियमित करने की मांग को लेकर किए गए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन को उजागर किया और उन पर लाठीचार्ज की आलोचना की। इस मामले को लेकर भाजपा और नेशनल कॉन्फ्रेंस के सदस्यों के बीच बहस होने पर हंगामा शुरू होने पर भाजपा सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया। अब्दुल्ला ने बीच-बचाव करते हुए कहा कि आपने (भाजपा विधायक विक्रम रंधावा) एक सवाल पूछा है, कृपया जवाब का इंतजार करें।

उन्होंने कहा कि जहां तक प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस के व्यवहार का सवाल है, मैं रंधावा साहब को याद दिलाना चाहूंगा जो इस मुद्दे पर शोर मचा रहे हैं कि दुर्भाग्य से न तो आपका और न ही मेरा पुलिस पर नियंत्रण है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सदन के अंदर हंगामा करने के बजाय विपक्ष अगर मामले को वहां से कुछ किलोमीटर दूर (उपराज्यपाल का हवाला देते हुए) उठाता, जहां वास्तविक नियंत्रण है तो बेहतर होता। उन्होंने कहा कि वहां जाकर पूछना ज्यादा उचित होता कि उन्हें क्यों पीटा गया।

उमर ने कहा कि न तो प्रदर्शनकारियों को सरकारी आदेश पर पीटा गया और न ही उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि आज भी मैं यही कहता हूं कि ये कर्मचारी हमारे हैं। उनके मुद्दे वास्तविक हैं। यह वित्तीय मुद्दा नहीं बल्कि मानवीय मुद्दा है। उनके साथ मानवीयता और संवेदनशीलता से पेश आना चाहिए था। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि सदन में उन सभी ने जो चिंता दिखाई है, वह पुलिस के कानों तक जरूर पहुंची होगी। उन्होंने कहा कि अगली बार जब ये लोग अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे, तो उन पर लाठियां नहीं चलाई जाएंगी।

   

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