उत्तर पश्चिम रेलवे कर रहा प्रयागराज महाकुंभ में 13 स्पेशल ट्रेनों का संचालन
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- Feb 10, 2025
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जयपुर, 10 फरवरी (हि.स.)। भारतीय रेलवे ने महाकुंभ मेला 2025 में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रयास किए हैं। रेलवे ने सुगम परिवहन और बेहतर यात्री सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से अब तक 1233 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है, जिनके माध्यम से 43.70 लाख यात्रियों ने यात्रा की। मुख्य स्नान पर्वों के दौरान 725 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया है। रेलवे को महाकुंभ मेले में लगभग 1 करोड़ श्रद्धालुओं के रेल मार्ग से पहुंचने का अनुमान है और उसी के अनुसार व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) शशि किरण ने बताया कि उत्तर-पश्चिम रेलवे द्वारा 13 महाकुंभ मेला स्पेशल रेलसेवाओं का संचालन किया जा रहा है। ये सेवाएं उदयपुर सिटी, बाड़मेर, गंगानगर, अजमेर, जयपुर, जोधपुर और बीकानेर जैसे स्टेशनों से उपलब्ध हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए 'महाकुंभ 2025' बुकलेट का वितरण भी किया जा रहा है।
प्रयागराज में 9 रेलवे स्टेशनों–प्रयागराज जंक्शन, प्रयाग, नैनी जंक्शन, सूबेदारगंज, प्रयागराज संगम, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग, झूंसी और प्रयागराज छिवकी पर विशेष यात्री सुविधाएं प्रदान की गई हैं। इन स्टेशनों पर 7 नए प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं, जिससे प्लेटफॉर्म की कुल संख्या 48 हो गई है। रेलवे ने महाकुंभ मेले से जुड़ी सुविधाओं पर चार हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। सूबेदारगंज स्टेशन को टर्मिनल स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है, जहां से ट्रेनों का आरंभ और समापन हो सकेगा।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव खुद व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं और अधिकारियों को दिशानिर्देश प्रदान कर रहे हैं। प्रयागराज में उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक और मंडल रेल प्रबंधक व्यवस्थाओं पर नजर रख रहे हैं। स्टेशनों पर वेटिंग रूम, स्लीपिंग पॉड, व्हीलचेयर, बैटरी-चालित वाहन, सहायता बूथ, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, क्लॉक रूम और अलग-अलग प्रवेश व निकास व्यवस्था जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल के कर्मियों की तैनाती की गई है। स्वच्छता के लिए पर्याप्त सफाई कर्मचारी तैनात हैं। प्रयागराज के स्टेशनों पर 10 हजार रेलकर्मी तैनात किए गए हैं। रेलवे ने 10 लाख टिकट प्रतिदिन प्रदान करने की क्षमता विकसित की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव