हमीरपुर के यमुना पुल पर अब भारी वाहनों की नो एंट्री

-80 टन वजन वाले वाहनों पर एफआईआर दर्ज कराने की हरी झंडी

हमीरपुर, 7 जनवरी (हि.स.)। दशकों पुराने यमुना पुल पर अब भारी वाहनों के निकलने पर रोक लगाए जाने की तैयारी प्रशासन ने शुरू कर दी है। इसके लिए यमुना पुल में एंट्री करने से पहले बैरियर लगाए जाएंगे। इतना ही नहीं अस्सी टन की क्षमता वाले वाहनों के पुल पर दिखने पर उन पर एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। हैवी वाहनों की नो एंट्री को लेकर वाहन संचालकों में हड़कंप मच गया है।

हमीरपुर में करीब पांच दशक पहले कांग्रेस की सरकार में यमुना पुल का निर्माण कराया गया था। इसे इन्दिरा सेतु भी कहा जाता है। यमुना पुल के साथ ही बेतवा नदी में भी एक पुल का निर्माण हुआ था। शुरू में इस पुल से बीस से पैंतीस टन की क्षमता के ही वाहनों की आवाजाही होती थी। पुल के दोनों किनारे सोडियम की लाइटें भी लगाई गईं थीं। सोडियम लाइटों से पूरे पुल में उजाला रहता था। लेकिन तत्कालीन डीएम पीके झा के कार्यकाल में दोनों पुलों से लाइटें और बिजली के पोल नगर पालिका ने हटवा दिए थे।

दशकों से दोनों पुलों पर रात में अंधेरा पसरा रहता है। पिछले दो दशकों में इस पुल से हजारों की संख्या में भारी वाहन फर्राटा भरते आ हैं। मौजूदा में चौदह टायरा से लेकर अठारह टायरा से अधिक भार के वाहनों के निकलने से यमुना पुल कई बार छलनी हो चुका है। भारी वाहनों की आवाजाही से यमुना पुल कई बार क्षतिग्रस्त हुआ था। पुल की स्लैब धंसने से महीनों तक इसे बंद कर दिया गया था। अब मौजूदा समय में इस पुल पर भारी वाहनों के नो एंट्री का फैसला किया गया है।

डीएम ने ओवर लोड वाहनों के यमुना पुल से गुजरने पर लगाई रोकएआरटीओ अमिताभ राय ने बताया कि समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी घनश्याम मीना ने 80 टन की क्षमता वाले वाहनों के यमुना पुल से निकलने पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। इसीलिए अब पुल पर भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि यमुना पुल में 80 टन वजन लेकर चलने वाले हैवी वाहनों पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। ऐसे वाहन जिनका बार-बार चालान होगा, अब उन वाहनों के रजिस्ट्रेशन कैंसिल भी किए जाएंगे।

एक्सीडेंट का ग्राफ बढऩे पर अब भारी वाहनों पर होगी बड़ी कार्रवाईएआरटीओ ने बताया कि हमीरपुर जिले में कानपुर-सागर नेशनल हाइवे में एक्सीडेंट के मामले लगातार बढ़ रहे है। अवैध वाहनों के कारण ही हादसे होते हैं। इसलिए अनफिट वाहन अब किसी भी दशा में सड़कों पर नहीं चलेंगे। इसके लिए दुघर्टना बाहुल्य स्थलों व हाॅट स्पाॅट चिन्हित कर यातायात संकेतक, साइन बोर्ड आदि लगवाए जाएंगे। ओवर लोड वाहनों व अनफिट वाहनों पर कार्रवाई करने के साथ ही एक्सीडेंटल वाहनों को सड़कों से हटवाए गए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा

   

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