जींद : नागरिक अस्पताल के डा. मृत्युंजय को मिला एचए इंस्ट्रक्टर सर्टिफिकेट
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- Mar 08, 2025

जींद, 8 मार्च (हि.स.)। नागरिक अस्पताल के लिए गर्व की बात है कि एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर मेडिसिन विशेषज्ञ डा. मृत्युंजय गुप्ता को अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) द्वारा एसीएलएस एवं बीएलएस इंस्ट्रक्टर प्रमाणपत्र प्रदान किया गया है। इस उपलब्धि के साथ अब वे डॉक्टरों, नर्सों और अस्पताल के कर्मचारियों को जीवनरक्षक चिकित्सा प्रशिक्षण प्रदान कर सकेंगे। जिससे आपातकालीन परिस्थितियों में रोगियों की जान बचाने की संभावना बढ़ेगी।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) आपातकालीन हृदय चिकित्सा प्रशिक्षण में विश्व की अग्रणी संस्था है। एसीएलएस (एडवांस्ड कार्डियोवस्कुलर लाइफ सपोर्ट) और बीएलएस (बेसिक लाइफ सपोर्ट) प्रमाणपत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है। जो स्वास्थ्यकर्मियों को हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अन्य आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए नवीनतम वैज्ञानिक तकनीक सिखाते हैं। पहले भी सिविल अस्पताल जींद में आपातकालीन प्रशिक्षण दिए जाते थे लेकिन अब यह प्रशिक्षण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त (ग्लोबली रिकोग्राइज्ड) प्रमाणपत्र के साथ दिया जाएगा। जिससे प्रशिक्षित डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका लाभ मिलेगा। यह प्रमाण पत्र डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की कुशलता को बढ़ाने के साथ-साथ अस्पताल की सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाएगा।
शनिवार को जानकारी देते हुए नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने डा. मृत्युंजय गुप्ता को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह नागरिक अस्पताल जींद के लिए गर्व की बात है कि उनके अस्पताल के एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर मेडिसिन के चिकित्सा अधिकारी डा. मृत्युंजय को यह महत्वपूर्ण उपलब्धि मिली है। इस उपलब्धि से अस्पताल में आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता और प्रशिक्षण व्यवस्था में सुधार होगा। अब हमारे स्वास्थ्यकर्मी आधुनिक जीवनरक्षक तकनीकों में प्रशिक्षित होंगे और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रमाणपत्र भी मिलेगा। डा. मृत्युंजय गुप्ता को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सिविल अस्पताल के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी (बेस्ट इम्पलॉय सिविल अस्पताल) के प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया है। डा. मृत्युंजय गुप्ता ने कहा कि डा. भोला की प्रेरणा से ही वो लगातार सीखने और बेहतर करने के लिए प्रयासरत रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा