बसंत पंचमी में साथ ही ठाकुरजी खेलने लगे होली

उदयपुर, 2 फ़रवरी (हि.स.)। बसंत पंचमी के साथ ही रविवार से कृष्ण मंदिरों में अबीर-गुलाल की सेवा शुरू हो गई। ठाकुरजी को पीले वस्त्र पहनाए गए और अबीर-गुलाल धराई गई। उदयपुर शहर के ऐतिहासिक जगदीश मंदिर में इस अवसर पर विशेष आयोजन हुए। चंग वादन के साथ फाग के गीतों का गायन शुरू हो गया।

जगदीश मंदिर के गजेंद्र पुजारी ने बताया कि सुबह 5:30 बजे भगवान जगदीश की मंगला आरती के साथ दिन की शुरुआत हुई। इसके बाद पंचामृत अभिषेक हुआ और ठाकुरजी को पीत शृंगार धराया गया। सुबह 10:30 बजे शृंगार आरती हुई और दोपहर 12:30 बजे राजभोग धराया गया। इसके बाद भक्तों ने भगवान पर गुलाल-अबीर उड़ाई और होली के गीत गाए। पुजारी ने बताया कि होली के बाद रंग पंचमी तक इसी तरह भगवान की सेवा जारी रहेगी और होली के गीतों की धूम रहेगी।

वहीं, श्रीनाथजी मंदिर में भी बसंत पंचमी का पर्व श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर ठाकुरजी को विशेष श्रृंगार धारण कराया गया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता

   

सम्बंधित खबर