अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर नमामि गंगे ने रामघाट पर उतारी आरती

— प्रभु श्री राम के प्रकृति प्रेम को अपनाने की अपील

वाराणसी,22 जनवरी (हि.स.)। रामनगरी अयोध्या में जन्मभूमि पर बने भव्य मंदिर में श्री रामलला के विग्रह में प्राण प्रतिष्ठा के पहले वर्षगांठ पर बुधवार को यहां रामघाट पर नमामि गंगे के सदस्यों ने घाट की आरती उतारी। महर्षि योगी वेद विज्ञान अध्ययन पीठ के वेदपाठी बटुकों के साथ कार्यकर्ताओं ने रामघाट पर गंगा तट की सफाई कर प्रभु श्रीराम के प्रकृति-प्रेम एवं पर्यावरण चेतना की अलख जगाई। कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा और रामलला की तस्वीर लेकर मां गंगा से विकसित एवं आरोग्य भारत का आशीर्वाद मांगा । इस दौरान घाट पर प्रभु श्री राम के भजन भी गूंजते रहे। नमामि गंगे काशी क्षेत्र संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि रामघाट पर इधर-उधर बिखरी गंदगी को टोकरी में समेट कर कूड़ेदान तक पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीरामलला के भव्य मंदिर का निर्माण देश में सद्भाव, समन्वय, समरसता तथा सामाजिक सामंजस्य को बढ़ाने का अत्यंत संजीव और सशक्त अवसर रहा है। प्रभु श्रीराम से हमें पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा मिलती है । श्रीराम का संपूर्ण जीवन प्रकृति- प्रेम एवं पर्यावरण चेतना से ओत-प्रोत है । उधर, रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर ही नगवां लंका स्थित हनुमान मंदिर में बड़े हनुमान जी का विधि विधान से पूजन कर भव्य संगीतमय सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। इसके पहले आयोजक संस्था ट्रस्ट , श्री जगन्नाथ की देखरेख में बड़े हनुमान जी का भव्य श्रृंगार कर विशेष आरती की गई। कार्यक्रम में हनुमान जी का पूजन आचार्य संदीप त्रिपाठी और पं. शुकदेव त्रिपाठी ( काशी प्रान्त संयोजक , कुटुंब प्रबोधन ) की देखरेख में हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

सम्बंधित खबर