यमुनानगर के मुकारबपुर में लगने वाले बायोगैस प्लांट का ग्रामीण करेंगे विरोध

यमुनानगर, 18 अप्रैल (हि.स.)। यमुनानगर के गांव मुकारबपुर में लगाए जाने वाले कचरा गोबर बायोगैस प्लांट के लगने से पहले ही विरोध के स्वर उठने लगे है। पांच गांव के लोगों ने इकठ्ठा होकर रोष प्रकट कर विरोध जताया। गौरतलब है कि 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यमुनानगर के गांव कैल में आयोजित रैली में 90 करोड़ रूपये की लागत से गांव मुकारबपुर में लगने वाले इस प्लांट का शिलान्यास किया था।

शुक्रवार को गांव मुकारबपुर के पूर्व सरपंच बलदेव सहित ग्रामीण मामचंद और धर्म सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि यह गौचरान की जमीन है। यहां पर प्लांट लगने से गंदगी और बदबू हमेशा रहेगी। जिस कारण से यहां के लोगों का रहना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यहां पर सर्वे के नाम पर किसी गांव से भी कोई सहमति नहीं ली गई। उन्होंने कहा कि जब यह जगह गौचरान की है तो इसमें पेड़ लगा दिए जाएं। यहां से कुछ ही दूरी पर एक नाला बहता है। उसका पानी यहां रुकेगा और बारिश में इन गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि कैल गांव में स्थित कचरा प्लांट यहां हस्तांतरण करना उचित नहीं है। बायो गैस प्लांट नाम मात्र का होगा जबकि सारे शहर की गंदगी लाकर यहां पर डाल दी जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग

   

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