पशु स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, प्रजनन व कृमि समस्या पर दी गई सलाह

मीरजापुर, 2 फ़रवरी (हि.स.)। जनपद के पहाडी ब्लॉक के टेढ़ा एवं गोरखुली गांव में रविवार को आरजीएससी वेटरनरी एवं एनिमल हस्बेंड्री विभाग और एआईसीआरपीडीए के एससीएसपी कार्यक्रम के तहत पशु स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में बड़ी संख्या में पशुपालकों ने भाग लिया और अपने पशुओं की समस्याओं पर विशेषज्ञों से परामर्श लिया।

शिविर के दौरान बड़ी संख्या में पशुओं में कृमि संक्रमण (वर्म इंफेक्शन) और गर्भधारण में समस्या पाई गई। साथ ही, कई पशुओं में बच्चेदानी (गर्भाशय) की कमजोरी की शिकायतें सामने आईं।

वेटरनरी विशेषज्ञों ने पशुपालकों को घरेलू उपाय बताते हुए कहा कि पशुओं को मीठी नीम की पत्तियां एवं सहजन की पत्तियां खिलाने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और प्रजनन संबंधित समस्याओं में सुधार होगा।

शिविर में परियोजना के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. ए.के. नेमा, सहायक वैज्ञानिक डॉ. सुधीर कुमार राजपूत, तकनीकी सहायक दिव्य दर्शन सिंह सहित आरजीएससी टीम के डॉ. विनोद, डॉ. जयंत गोयल और एचओडी डॉ. अमित गुप्ता उपस्थित रहे।

किसानों के लिए कीट प्रबंधन प्रशिक्षण

डॉ. सुधीर राजपूत ने किसानों को कीट प्रबंधन पर एक विशेष प्रशिक्षण दिया। उन्होंने फेरोमोन ट्रैप के उपयोग के बारे में जानकारी दी और सभी किसानों को कृमिनाशक दवाएं एवं खनिज मिश्रण वितरित किए। साथ ही, प्रत्येक किसान को फेरोमोन ट्रैप किट भी प्रदान की गई।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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