आरक्षण व संविधान का खतरा बताकर लाेगाें काे गुमराह कर रहे पीडीए के नेता अखिलेश: राजीव पासवान

प्रयागराज, 30 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के 2027 विधान सभा की चाबी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के हाथ में होगी। बगैर जनशक्ति पार्टी के कोई सरकार नहीं बना सकेगी। वर्ष 2024 में पीडीए के नेता अखिलेश यादव ने पासी समाज के नेताओं को आगे करके आरक्षण और संविधान का खतरा बताकर जनमानस को गुमराह करने का काम किया। जब तक लोक जनशक्ति पार्टी रहेगी, तब तक संविधान को कोई कुछ नहीं कर सकता है। यह बात बुधवार को सिविल लाइंस स्थित एक होटल में लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव पासवान एडवोकेट ने कही।

उन्होंने कहा कि देश में आजादी के बाद से अब तक किसी प्रदेश का मुख्यमंत्री पासी समाज का नहीं बनाया गया। जबकि उत्तर प्रदेश में पासी एवं पासवान समाज की आबादी लगभग सवा करोड़ से अधिक है। जो प्रदेश की 103 विधानसभा क्षेत्र में निर्णायक भूमिका अदा करती है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) मांग करती है कि 2025 बिहार विधानसभा चुनाव एवं 2027 विधान सभा चुनाव उत्तर प्रदेश में पासी य पासवान को मुख्यमंत्री बनाया जाय। जो भी पार्टी चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पासी समाज से किये जाने की घोषणा करेगी, पार्टी उसके साथ मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी। लोजपा के बिना किसी पार्टी की सरकार नहीं बनेगी। उत्तर प्रदेश में 2027 विधानसभा की चाबी लोजपा के पास होगी।

राजीव पासवान ने पीडीए के नेता अखिलेश यादव पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पीडीए के नेता पासी समाज के नेताओं को आगे करके आरक्षण और संविधान का खतरा बताकर जनमानस को गुमराह करने का काम किया। झूठ फैलाया गया कि संविधान खतरे में है। मैं पीडीए के पासी समाज के सांसद एवं विधायक से पूछना चाहता हूं कि जब किसी दलित की हत्या होती है तब आप लोग आवाज क्यों नहीं उठाते है। चाहे प्रतापगढ़ हो या फिर आजमगढ़ के शनि कुमार गौतम की हत्या, प्रयागराज करछना में देवी शंकर गौतम की हुई हत्या के बाद, वे कहां गायब थे। मै सबसे पहले तीनों स्थानों पर पहुंचा। पीडीए परिवार की राजनीति करती है। वे सिफ अपने स्वार्थ में अंधे हो चुके हैं।

इससे पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) पूर्वांचल की हुई बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव पासवान ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की घोर निंदा करता हूं। पार्टी ने इसे क्रूर, अमानवीय अपराध बताते हुए कायरतापूर्ण करार दिया। इस हमले की जिम्मेदारी कश्मीर रेजिस्टेंस नामक एक आतंकवादी संगठन ने ली है।

बैठक में विकास पाण्डेय ने अपने सैकड़ों साथियों के साथ लोक जनशक्ति पार्टी की सदस्यता ली। श्री पांडेय पर विश्वास करते हुए इनकों प्रदेश महासचिव एवं प्रवक्ता मनोनीत किया। सदस्यता लेने वालों में स्वामीनाथ पांडेय,सुरेश कोरी,महेश कोरी, फूलचन्द्र वर्मा, लालजी शर्मा, सुनील पांडेय, लवकुश पांडेय, शुभम कुमार, राजकुमार, हरिओम, पिन्टू पाल, सुनील कुमार, अश्वनी कुमार, कमलेश पासी, कमलेश तिवारी, विपिन तिवारी रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल

   

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